
कोरोना के बढ़ते मामलों से शेयर बज़ार में सुस्ती छा गयी है, लेकिन दिलीप सांघवी की कंपनी सन फार्मा के शेयरों ने लंबी छलांग लगाई है।
कोरोना काल के दौरान जहाँ एक ओर उद्योगों और व्यापारों को भारी नुकसान हुआ वहीं दिलीप सांघवी की सन फार्मा ने कोरोना संकट के दौरान भारी मुनाफा कमाया है। विश्व की चर्चित दवा कंपनियो में से एक सन फ़ार्मा के शेयरों में भारी उछाल देखने को मिला है जिससे दिलीप सांघवी की दौलत में भी बढ़ोतरी आयी है।
शेयर बाज़ार में सन फ़ार्मा के शेयर के दाम 3.69 प्रतिशत की बढोतरी के साथ 636.95 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए। इस वर्ष फरवरी में सन फार्मा का शेयर अपने 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंचते हुए रिकॉर्ड 650 के स्तर को पार कर गया था। सन फार्मा का मार्केट कैपिटल भी 1 लाख 53 हज़ार रुपये के करीब है।
फोर्ब्स के द्वारा जारी की गयी भारतीय अरबपतियों की सूची में दिलीप सांघवी 11 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ टॉप 10 में शामिल है। इससे पूर्व वर्ष 2015 में वह दौलत के मामले में मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ चुके है। उधार लेकर दवाई का कारोबार शुरू करने वाले दिलीप सांघवी की कंपनी के शेयर 2015 में 1000 रुपये के स्तर को भी पर गए थे। मुकेश अंबानी अब हालांकि दौलत के मामले में बहुत आगे निकल गए है। फोर्ब्स द्वारा जारी अरबपतियों की सूची में उनको शीर्ष स्थान दिया गया था। फोर्ब्स इंडिया के अनुसार मुकेश अंबानी अब लगभग 83 बिलियन डॉलर की संपत्ति के मालिक है।
दिलीप सांघवी ने सन 1982 में गुजरात के वापी शहर से 10000 रुपये के साथ व्यापार की शुरुआत की थी। आज उनकी कंपनी सन फ़ार्मा विश्व की सबसे बड़ी दवा निर्माताओं में से एक है और अमेरिका जैसे कई बड़े वैश्विक बाजारों में उनका दबदबा रखती है।
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