
भारत सरकार द्वारा लागू किए गए किसान बिल(Farmer Bill) को लेकर देश में काफी गहमागहमी हो रही है। कुछ राज्यों के किसानों ने किसान बिल(Farmer Bill) का समर्थन किया। तो वहीं दूसरी तरफ कुछ राज्य इसके खिलाफ भी रहे। कुछ महीनों पहले इस किसान बिल(Farmer Bill) के खिलाफ यूपी, हरियाणा ,पंजाब आदि के किसानों ने एक बहुत बड़ा विरोध मार्च भी निकाला था। अब किसान नेताओं ने यह ऐलान किया है कि 26 मई 2021 को वह सरकार के इस किसान बिल(Farmer Bill) के खिलाफ काला दिन मनाएंगे।
भारत सरकार द्वारा किसान बिल(Farmer Bill) को लागू किए हुए लगभग 6 महीने का समय पूरा हो गया है। लेकिन जब से किसान बिल(Farmer Bill) जारी हुआ है तब से देश के कुछ राज्यों के किसान इस बिल का समर्थन नहीं कर रहे हैं और सरकार पर किसान बिल(Farmer Bill) को वापस लेने का दबाव बनाने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हैं। सरकार द्वारा किसान बिल(Farmer Bill) को सही साबित करने के हर संभव प्रयास किए गए। लेकिन किसान इस बिल के समर्थन में नहीं आए। किसान नेता, राकेश टिकैत ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि 26 मई 2021 को किसान ब्लैक डे यानी काले दिन के तौर पर मनाएंगे।
इस वीडियो में उन्होंने साफ तौर पर यह बात कही है कि कोई भी किसान दिल्ली की तरफ नहीं बढ़ेगा। जो जहां पर है वहीं पर रहकर काला झंडा फहरा कर काला दिन मनाएगा।लेकिन उनकी इस वीडियो के बाद दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई है और अपनी तैयारी के साथ दिल्ली के बॉर्डर पर डट गई है। इस आंदोलन में लगभग 7 पॉलिटिकल पार्टियां किसानों के साथ है।
पहले भी किसानों द्वारा किसान बिल(Farmer Bill) को लेकर ऐसा आंदोलन करने का प्रस्ताव रखा गया था। प्रशासन द्वारा उस प्रस्ताव को पास भी किया गया लेकिन आंदोलन की आड़ में कुछ अराजक तत्वों ने दिल्ली में आकर बहुत सी तोड़फोड़ की और देश की राजधानी काफी क्षतिग्रस्त हुई।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ चिन्मय बिस्वाल ने जनता से यह आग्रह किया है कि कोई भी लॉकडाउन के नियमों के विरुद्ध जाकर कोई भी गतिविधि ना करे। लॉकडाउन के चलते ज्यादा संख्या में लोग एक स्थान पर इकट्ठा न हो तथा कोई भी अराजक तत्व दिल्ली बॉर्डर के अंदर न घुस पाए।