
जापानी कंपनी द्वारा प्रशांत महासागर के गर्भ में की जा रही खोज के दौरान सामने आया रहस्यमयी पदार्थ।
हाल ही में एक जापानी कंपनी जो कि प्रशांत महासागर के तल की गहराइयों में खोज बीन कर रही थी, उसके हाथ एक ऐसी चीज़ लगी है जिसकी उसे कतई उम्मीद नहीं थी। इस जापानी कंपनी को समुद्र की गहराइयों में प्लूटोनियम प्राप्त हुआ है, ऐसा प्लूटोनियम जो हमारे सौर मंडल के बाहर से आया हुआ है। यह जापानी कंपनी जो प्रशांत महासागर की गहराई में खोजबीन कर रही है, इसका संबंध तेल के व्यापार है। जापानी तेल कंपनी की यह खोज विज्ञान की दुनिया के लिए सवालों के जवाब हल करने में मदद कर सकती है।
प्रशांत महासागर में मिला यह प्लूटोनियम हमें यह समझने में सहायता कर सकता है कि कैसे रेडियोएक्टिव पदार्थ बनता है और कैसे इसकी उतपत्ति हुई थी। जापानी तेल कंपनी द्वारा खोजे गए इस प्लूटोनियम को वैज्ञानिकों के एक समूह को सौंप दिया गया था, जिन्होंने ने इसके बाद इस पदार्थ की अपने स्तर पर जांच परख की है। इन वैज्ञानिकों ने अब तक पदार्थ पर किये गए विश्लेषण के बाद अपने नतीजे एक जर्नल में प्रकाशित किये है।
जर्नल में प्रकाशित नतीजे हैरान करने वाले है। नतीजो के अनुसार समुद्र से प्राप्त इस प्लूटोनियम की उम्र काफी कम है और यह इस धरती के प्लूटोनियम से अलग और बाहर से आया प्रतीत होता है। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि इस रेडियोएक्टिव प्लूटोनियम से घबराने की अभी कोई बात नहीं है क्योंकि इसकी मात्रा फिलहाल बहुत कम है और यह धरती के अन्य रेडियोएक्टिव स्थानों के मुकाबले काफी कम रेडियोएक्टिव है।
रिसर्च के अनुसार, यह प्लूटोनियम लगभग 10 मिलियन वर्ष पुराना है। हालांकि, यह धरती पर मनुष्यों के आगमन से बहुत पहले की बात है,लेकिन यह समयकाल धरती के अन्य प्लूटोनियम की उतपत्ति के मुकाबले काफी कम समय पहले का है। इसी कारण वैज्ञानिकों का मानना है कि इस प्लूटोनियम की उतपत्ति धरती के बाहर अंतरिक्ष मे हुई, और फिर यह किसी तरह धरती पर आ पहुंचा।