
एआई चैटबॉट की दुनिया में फिलहाल चैटजीपीटी (ChatGPT) सबसे लोकप्रिय नाम है. हालंकि, यह अब भी अपना रास्ता आसान नहीं कर पाया है. वहीं, आप कैसे इसमें आगे बढ़ने की उम्मीद कर सकते हैं, जब एआई दौड़ में सबसे आगे चलने वालों में से एक विकल्प आपको इसके प्रमुख दोष के बारे में चेतावनी दे रहा हो? तो ऐसा तब हुआ जब गूगल सर्च बॉस (Google Search Boss) ने लोगों को चैटजीपीटी के नुकसानों के बारे में चेतावनी दी.
हाल ही में हुए एक साक्षात्कार में गूगल सर्च बॉस के प्रमुख प्रभाकर राघवन (Prabhakar Raghavan) ने चैटबॉट्स में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के संभावित खतरों के बारे में बात की. उन्होंने एआई में ‘मतिभ्रम’ की घटना की चेतावनी दी, जहां एक मशीन एक ठोस लेकिन पूरी तरह से मनगढ़ंत उत्तर दे सकती है. इतना ही नहीं, उन्होंने इस घटना को कम करने और जनता के प्रति जिम्मेदारी निभाने के महत्व पर भी ज़ोर दिया.
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वहीं, गूगल (Google) की मूल कंपनी अल्फाबेट (Alphabet), ओपन एआई (OpenAI) द्वारा विकसित अत्यधिक लोकप्रिय चैटबॉट चैटजीपीटी से प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है. यह लगभग 10 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) द्वारा समर्थित है. इसके अलावा, पिछले हफ्ते ही अल्फाबेट ने अपना खुद का चैटबॉट ‘बार्ड’ पेश किया है.
हालांकि, यह लॉन्च एक महंगी गलती के कारण हुआ जब सॉफ्टवेयर ने प्रचार वीडियो में गलत जानकारी शेयर की. इस घटना के परिणामस्वरूप कंपनी को बाजार मूल्य में 100 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ. गौरतलब है, कि अल्फाबेट अभी भी उपयोगकर्ता परीक्षण बार्ड की प्रक्रिया में है और अभी तक सार्वजनिक रिलीज की तारीख की घोषणा नहीं की है.
फिलहाल राघवन ने चैटजीपीटी के साथ बने रहने की दौड़ में कंपनी की तात्कालिकता की भावना पर जोर देने के साथ ही जनता को गुमराह न करने की जिम्मेदारी पर भी स्पष्ट तौर पर अपना पक्ष रखा है.
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