
भारत में यूज़र्स के लिए डिजिटल भुगतान को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए, गूगल पे (Google Pay) ने धोखाधड़ी का पता लगाने वाली नई तकनीकों की शुरुआत की घोषणा की है. सोमवार को अपने गूगल फ़ॉर इंडिया (Google for India) इवेंट में कंपनी ने अपने यूपीआई (UPI) आधारित भुगतान ऐप के लिए नए सुरक्षा फ़ीचर्स की घोषणा की. यह बहुस्तरीय चेतावनियों के ज़रिए यूज़र्स को उनके अकाउंट पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में सचेत करेंगे.
गूगल पे ने देश में अपने यूज़र्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई अन्य उपयोगी फ़ीचर्स भी पेश किये हैं, जिसमें गूगल (Google) ऐप द्वारा फ़ाइलों के लिए एक प्रमुख अपडेट शामिल है, जो यूज़र्स को अपने डिजीलॉकर दस्तावेज़ों को एंड्रॉयड उपकरणों पर सुरक्षित रूप से एक्सेस करने देगा.
इस फीचर की जानकारी गूगल ने गूगल फ़ॉर इंडिया के लाइव इवेंट के बाद एक ब्लॉग पोस्ट में दी. कंपनी ने कहा, कि वह गूगल पे पर धोखाधड़ी वाले लेनदेन का पता लगाने के लिए मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर रही है. कंपनी का कहना है, कि ऐप लाखों यूज़र्स के कुल लेनदेन पैटर्न का विश्लेषण करने और धोखाधड़ी गतिविधियों या संदिग्ध भुगतान अनुरोधों को चिह्नित करने के लिए उन्नत तरीकों का उपयोग करेगा. यह उपयोगकर्ताओं को उनकी सबसे पसंदीदा भाषा में सूचित करने के लिए एक चेतावनी भी फ्लैश करेगा. गूगल के अनुसार, कुछ मामलों में ऐप यूज़र्स का ध्यान आकर्षित करने के लिए वाइब्रेट भी करेगा.
इसके अलावा, गूगल पे ने एक नई सुविधा भी शुरू की है, जिससे उपयोगकर्ता अपनी पसंदीदा भाषा में अपने खर्च के बारे में सवाल पूछकर आसानी से अपने लेनदेन के इतिहास तक पहुंच सकते हैं. कंपनी ने समझाया, कि वेग गूगल पे से प्राकृतिक भाषा के प्रश्न पूछ सकेंगे, जैसे "मुझे दिखाओ कि मैंने पिछले हफ़्ते कॉफी पर कितना खर्च किया."
इसके अलावा, गूगल ने एंड्रॉयड पर अपनी फ़ाइल ऐप के लिए भी बड़े अपडेट पेश किए हैं. कंपनी ने नेशनल ई-गवर्नेंस डिवाज़न (NeGD) के साथ सहयोग किया है, ताकि यूज़र्स को डिजिलॉकर पर प्रामाणिक डिजिटल दस्तावेज़ो को सीधे एंड्रॉइड पर फाइल्स बाय गूगल ऐप से आसानी से एक्सेस किया जा सके. यूज़र्स अपने पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और शैक्षिक दस्तावेज़ जैसे समर्थित दस्तावेज़ों को स्टोर कर सकते हैं.
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