
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया (Bajrang Punia), साक्षी मलिक (Sakshi Malik) और डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ दिल्ली में पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाली अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश फोगट (Vinesh Phogat) ने निगरानी समिति (Oversight Committee) गठित करने से पहले उनकी राय नहीं लेने पर दुख व्यक्त किया है. गौरतलब है, कि निगरानी समिति जल्द से जल्द चार सप्ताह में जांच पूरी करेगी.
बजरंग पुनिया ने ट्वीट किया, "निगरानी समिति गठित करने से पहले हमसे सलाह लेने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन समिति गठित करने से पहले हमारी राय नहीं ली गई. यह बहुत पीड़ा की बात है." विनेश और साक्षी ने भी यही ट्वीट किया.
आपको बता दें, कि केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय ने सोमवार 23 जनवरी 2023 को घोषणा की थी, कि विश्व चैंपियन महिला मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता एमसी मैरी कॉम (MC Mary Kom), भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए सरकार द्वारा नियुक्त पांच सदस्यीय निरीक्षण समिति की अध्यक्षता करेंगी. गौरतलब है, कि इसके प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद हैं.
मैरी कॉम के अलावा समिति के अन्य सदस्यों में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त (Yogeshwar Dutt), भारत की पूर्व बैडमिंटन स्टार तृप्ति मुर्गुंडे (Trupti Murgunde), टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम के पूर्व सीईओ कैप्टन राजगोपालन (Captain Rajagopalan) और SAI की पूर्व कार्यकारी निदेशक राधिका श्रीमन (Radhika Sreeman) हैं. मुर्गुंडे सरकार के मिशन ओलंपिक सेल के सदस्य हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि दिन ब दिन स्थिति और भी बदतर होती जा रही है क्योंकि भारतीय पहलवानों ने इससे पहले भूषण को बर्खास्त करने का फैसला किया था. इसके साथ ही, उन्होंने दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन भी किया. हालांकि, उन्होंने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) से मिलने के बाद विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया.
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