
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (IND vs AUS) चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में भारते ने 2-0 की बढ़त बना ली है. वहीं, भारतीय टीम के लिए एकमात्र चिंता का विषय टीम के सलामी बल्लेबाज़ केएल राहुल (KL Rahul) का लंबे समय से खराब फार्म में रहना है. इसके साथ ही यह सवाल भी उठ रहा है, कि क्या इंदौर में होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए टीम में सलामी बल्लेबाज़ राहुल की जगह शुभमन गिल (Shubhman Gill) को दे दी जाएगी?
इस चर्चा के बीच, भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने भी भारत के सलामी बल्लेबाज़ के बारे में अपना स्पष्ट फैसला सुनाया, जिनसे उनकी खराब फॉर्म के चलते ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले 2 टेस्ट मैचों के लिए उप-कप्तानी का पद भी छीन लिया गया था.
आपको बता दें, कि राहुल ने अपनी पिछली 10 पारियों में मुश्किल से 17 रन बनाए हैं. वहीं, 47 मैचों में उनका करियर औसत गिरकर 35 पर आ गया है. भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ में उन्होंने अब तक सिर्फ 38 रन बनाए. राहुल के ख़राब फॉर्म को लेकर बढ़ती आलोचना के चलते चयनकर्ताओं ने उन्हें भारतीय टेस्ट सेट-अप में उप-कप्तान की भूमिका से हटाने का फैसला किया है.
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मीडिया से बातचीत के दौरान सौरव गांगुली ने कहा था, कि जब कोई भारतीय बल्लेबाज़ घरेलू मैदान पर रन बनाने में नाकाम रहता है, तो उससे जुड़ी भारी उम्मीदों को देखते हुए तीखी आलोचना से बचना उसके लिए काफी मुश्किल हो जाता है. गांगुली ने अपने बयान में कहा, “जब आप भारत में रन नहीं बनाते, तो निश्चित रूप से आपकी आलोचना होती है. केएल राहुल अकेले नहीं हैं. उनसे पहले भी कई खिलाड़ी रहे हैं.”
ग़ौरतलब है, कि राहुल को उप-कप्तान के पद से हटाए जाने के बावजूद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले दो मैचों में टीम में रखा गया. इसके चलते चयनकर्ताओं की भी काफ़ी आलोचना की गई. हालाँकि, गांगुली को ऐसा लगता है, कि राहुल के अतीत में प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टीम में रखा गया है. गांगुली ने आगे कहा, “खिलाड़ियों पर बहुत दबाव के साथ इतना ध्यान दिया जाता है. टीम प्रबंधन को लगता है, कि वह टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं. दिन के अंत में, कोच और कप्तान क्या सोचते हैं, यह महत्वपूर्ण है.”
भारत के पूर्व कप्तान ने स्पष्ट तौर पर कहा, “उन्होंने प्रदर्शन किया है, लेकिन निश्चित रूप से आप भारत के लिए खेलने वाले शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ से बहुत अधिक उम्मीद करते हैं क्योंकि दूसरों द्वारा निर्धारित मानक बहुत अधिक हैं. जब आप थोड़ी देर के लिए असफल होते हैं, तो निश्चित रूप से आलोचना होगी. मुझे यकीन है, कि राहुल में क्षमता है और जब उन्हें और मौके मिलेंगे, तो उनको अच्छा प्रदर्शन करने के तरीके खोजने होंगे.”
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