
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) की कार्रवाई के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है, कि नौसेना के युद्धपोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को बचाने के लिए जमा किए गए 57 करोड़ रुपये के साथ किरीट सोमैया ने हेरा फेरी की है.
संजय राउत ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किरीट सोमैया पर आरोप लगाए हैं. राउत ने कहा, कि "1971 में पाकिस्तान के खिलाफ़ युद्ध में नौसेना के युद्धपोत विक्रांत ने अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन जब इस लड़ाकू जहाज की हालत खराब होने लगी और इसके रखरखाव में मुश्किलें आने लगी, तो उसे म्यूजियम बनाने का अभियान शुरू हुआ था. तब इस काम के लिए तकरीबन 200 करोड़ रुपये की ज़रूरत थी, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों ने कोई सहायता नहीं दी थी. तब बीजेपी द्वारा देशभर में विक्रांत को बचाने के लिए 'सेव विक्रांत' के लिए अभियान चलाया गया था, जिसमें किरीट सोमैया भी शामिल थे".
उन्होंने आगे कहा, कि "तब लोगों ने लाखों करोड़ों रुपये दान में दिए थे. मुझे कल लोगों ने फोन कर कहा, कि हमने 5 से 10 हज़ार रुपये दान में दिए थे. इस तरह लगभग 57 करोड़ रुपये इकट्ठे किए गए थे, लेकिन महाराष्ट्र राजभवन से मिली जानकारी में कहा गया, कि इस अभियान से जुड़ा एक भी पैसा सरकारी खजाने में जमा नहीं कराया गया. इस दौरान, सोमैया ने तब सभी अखबारों में कहा था, कि वह अलग से स्वतंत्र खाता खोलकर राजभवन में पैसे जमा करा देंगे. लेकिन राजभवन में ऐसी कोई राशि जमा ही नहीं हुई है."
साथ ही संजय राउत ने कहा, कि "किरीट सोमैया ने जमा किए गए पैसों का इस्तेमाल अपने बिजनेस के लिए किया है. कश्मीर फाइल्स से भी बड़ी फाइल्स INS विक्रांत है. यह सिर्फ घोटाला नहीं है, बल्कि एक राष्ट्रद्रोह है. "इसके अलावा, उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले की सीबीआई और इनकम टैक्स से जांच कराने की मांग की है.