
पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता भगवंत मान (Bhagwant Mann) आज शुक्रवार, 3 जून को दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) के घर पहुंचे. आपको बता दें, कि पंजाब के प्रसिद्ध सिंगर सिद्धू मूसेवाला की, 29 मई को कुछ हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान से पहले, आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत सिंह बनावाली भी मूसेवाला के घर गए थे, जहां भारी विरोध के बाद उनको वापस लौटना पड़ा था.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने, सिंगर सिद्धू मूसेवाला के पिता से उनके गांव मानसा में मुलाकात की. आपको बता दें, कि मुख्यमंत्री मान के दौरे से पहले, शुक्रवार सुबह सिद्धू मूसेवाला के घर के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसके बाद गांव में तनाव का माहौल है. सिद्धू मूसेवाला के घर के आसपास पुलिस की नाकाबंदी की गई है, जिससे स्थानीय लोग गुस्से में हैं. वहीं मुख्यमंत्री के दौरे के मद्देनज़र, सिद्धू मूसेवाला के घर के मुख्य गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है.
शुक्रवार को सिद्धू मूसेवाला के घर पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनके पिता, बलकौर सिंह सहित अन्य परिजनों के साथ बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा, कि “सिद्धू मूसावाला के हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा. एसआईटी (SIT) मामले की जांच कर रही है। जल्द ही, इस हत्याकांड में शामिल सभी दोषियों को कानूनी प्रक्रिया के तहत सज़ा दी जाएगी.”
आपको बता दें, कि सिद्धू मूसेवाला के गाँव के लोगों में इस बात को लेकर भी नाराज़गी है, कि मूसावाला के अंतिम संस्कार में आप सरकार की ओर से कोई भी मंत्री शामिल नहीं हुआ. सिद्धू मूसेवाला के परिजन, मामले की जाँच केंद्रीय जांच एंजेसी (CBI) से कराने की मांग कर रहे हैं. फिलहाल, इस मामले की जांच पंजाब पुलिस की स्पेशल टीम कर रही है, जिसने बीती रात इस मामले में 2 और लोगों को हिरासत में लिया है.
आपको बता दें, कि पंजाब के मानसा में 29 मई को कुछ अज्ञात हमलावरों ने, 28 वर्षीय सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह घटना, पंजाब सरकार द्वारा मूसेवाला की सुरक्षा घटाए जाने के 1 दिन बाद हुई थी. मूसेवाला के साथ, घटना के दौरान जीप में उनके चचेरे भाई और एक दोस्त भी थे, जो घायल हुए थे. वहीं इस हमले की ज़िम्मेदारी, लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) और गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) ने ली थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्धू मूसेवाला के मर्डर की प्लानिंग पिछले 3 महीने से चल रही थी, जिसे आखिरकार 29 मई को अंजाम दिया गया.
गुरुवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को ये सूचित किया गया है, कि उन 424 लोगों के सुरक्षा घेरे को 7 जून से दोबारा बहाल कर दिया जाएगा, जिनकी सुरक्षा व्यवस्था को अस्थायी तौर पर घटाया गया था. पंजाब सरकार ने ‘घल्लूघारा सप्ताह’ और ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ की बरसी के मद्देनज़र, इन 424 लोगों की सुरक्षा व्यवस्था घटाई थी.