प्रधानमंत्री के भाषण से पहले राज्यसभा में हंगामा, ‘अडानी पर कुछ तो बोलो’ के लगे नारे

प्रधानमंत्री के भाषण से पहले राज्यसभा में हंगामा, ‘अडानी पर कुछ तो बोलो’ के लगे नारे

शेयर बाज़ार और व्यापार क्षेत्र में हलचल पैदा करने वाले अडानी स्टाक को लेकर काफ़ी विवाद चल रहा है. इस विवाद का असर देश की राजनीति पर भी पड़ता दिख रहा है, जहां विपक्ष ने आज राज्यसभा (Rajya Sabha) में इस मामले पर जमकर हंगामा किया. यह हंगामा उस समय किया गया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना भाषण शुरू किया।

राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से पहले विपक्ष के सांसदों ने 'अडानी पर कुछ तो बोलो' के नारे लगाए. इस दौरान, अडानी मामले में संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के गठन की मांग को लेकर विपक्ष के सांसदों ने जमकर नारेबाज़ी भी की. इससे पहले, दिन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने प्रधानमंत्री को अडानी मुद्दे पर घेरा.

कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष खड़गे ने कहा, “प्रधानमंत्री ने कल अडानी मुद्दे पर हमारे सवाल का जवाब नहीं दिया। मोदी जी हमेशा असली मुद्दे से भटकाने की बात करते हैं। हमने सवाल उठाया कि अडानी करोड़पति कैसे बने और इस तरह के लेफ्टी लोन कैसे दिये गये, लेकिन इसका उत्तर नहीं दिया गया।”

यहां पढ़ें: Hindenburg Effect: 10 दिनों में अडानी समूह को 118 अरब डॉलर का घाटा

7 फरवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने संसद में बोलते हुए यह जानना चाहा, कि अडानी समूह (Adani Group) ने चुनावी बॉन्ड के माध्यम से भाजपा (BJP) को कितना पैसा दिया है. उन्होंने शेल कंपनियों के आरोपों की जांच की मांग की, राजनीति और व्यापार के बीच सांठगांठ को केस स्टडी बताया, और सरकार पर अडानी समूह को हवाई अड्डों के ठेके देने के लिए नियमों को तोड़ने और एजेंसियों का उपयोग करने का आरोप लगाया।

गांधी ने कहा, कि “भारतीय प्रधानमंत्री और अडानी के बीच क्या संबंध है? पहले मोदी अडानी के विमान में सफर करते थे। अब वह प्रधानमंत्री के विमान में यात्रा करते हैं. उन्होंने कितनी बार एक साथ यात्रा की? अडानी जी कितनी बार विदेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के साथ शामिल हुए? और इस यात्रा के दौरान कितनी बार अडानी जी को ठेके मिले?" 

हालाँकि, अडानी विवाद के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने 9 फरवरी को राज्यसभा में कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, भाजपा सरकार पर जितना कीचड़ उछलेगा, कमल उतना ही खिलेगा.

"मैं विपक्षी सांसदों को यह बताना चाहता हूं, कि आप जितना अधिक 'कीचड़' फेंकेंगे, कमल उतना अधिक खिलेगा। इसलिए, कमल को खिलाने में आप सभी की समान भूमिका है.” आख़िर में प्रधानमंत्री ने एक हिंदी शायरी के साथ विपक्ष पर तंज कसा, "कीचड़ उसके पास है, मेरे पास गुलाल...जो भी जिसके पास था उसने दिया उछाल.”

Image Source


यह भी पढ़ें: गौतम अडानी ने रद्द किया 20000 करोड़ का एफपीओ, कहा "आगे बढ़ना सही नहीं"

Related Stories

No stories found.
logo
हिंदुस्तान रीड्स
www.hindustanreads.com