
मध्यप्रदेश के खरगोन (Khargone) में रामनवमी पर हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद, अब राज्य सरकार एक्शन में आ गई है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने तनाव फैलाने वाले उपद्रवियों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करने के आदेश दिए थे. इसके साथ ही, खरगोन प्रशासन ने भी इस पर तुरंत कार्यवाही को अंजाम दिया है.
आपको बता दें, कि खरगोन प्रशासन ने दंगाइयों के खिलाफ़ कार्यवाही करते हुए उनके घरों और दुकानों को बुल्डोज़र से गिरा दिया है. इस दौरान मौके पर प्रशासनिक और भारी पुलिस बल भी तैनात था.
आपको बता दें, कि खरगोन में रामनवमी पर निकाली गई शोभायात्रा पर कुछ लोगों ने पथराव किया था. इस कारण वहां का माहौल काफ़ी तनावपूर्ण हो गया. वहीं इस दौरान, दंगाइयों ने पथराव करके 30 से ज्यादा दुकानों और मकानों में आग भी लगा दी थी. गौरतलब है, कि इस घटना में 20 से ज्यादा लोग और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
इस घटना के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दंगाइयों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे. उन्होंने सख्त लहज़े में कहा था, कि "खरगोन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. दंगाइयों को बिल्कुल भी नहीं बख्शा नहीं जाएगा. मध्य प्रदेश में अशांति फैलाने वालों को सिर्फ जेल ही नहीं, बल्कि उनसे संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी की जाएगी."
खरगोन तनाव को लेकर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है. इसके साथ ही उन्होंने दंगाइयों के खिलाफ़ सख्त कार्यवाही करने का निर्देश दिया था. उन्होंने कहा, कि "हर बात पर ट्वीट करने वाली कांग्रेस ने करोली में हुई घटना पर ट्वीट क्यों नहीं किया. खरगोन में हुई घटना विपक्ष की सोची समझी साजिश है. मगर अपराधियों को नहीं बख्शा जाएगा और उनके घरों को पत्थरों के ढेर में बदल दिया जाएगा."
फ़िलहाल मिली जानकारी के मुताबिक, खरगोन हिंसा मामले में अभी तक 77 लोगों को हिरासत में लिया गया था. इसके साथ ही, हिंसा को लेकर अपराधियों से कड़ी से कड़ी पूछताछ की जा रही है.