
28 वर्षीय गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel), आज गुरुवार 2 जून को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए. आपको बता दें, कि गांधीनगर के भाजपा मुख्यालय में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष, सीआर पाटिल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान पूर्व उप-मुख्यमंत्री, नितिन पटेल समेत भाजपा के कई और वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे.
भाजपा में शामिल होने के बाद हार्दिक पटेल ने कहा, कि वह अब राष्ट्रहित और प्रदेश हित के साथ अपने राजनीतिक सफ़र की नई शुरुआत करेंगे. वहीं हार्दिक पटेल के साथ, पाटीदार आंदोलन में उनके साथी रहे कई और नेता भी आज भाजपा में शामिल हुए. आपको बता दें, कि भाजपा की सदयस्ता ग्रहण करने से पहले, हार्दिक ने सुबह एक ट्वीट किया था, कि “राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ, आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूं. भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी (Narendra Modi) जी के नेतृत्व में चल रहे, राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूंगा.”
भाजपा की सदस्यता हासिल करने वाले हार्दिक ने कहा, कि मैंने आज तक पद के लालच में कहीं भी, किसी भी प्रकार की मांग नहीं रखी. कांग्रेस को भी मैंने काम मांगते हुए छोड़ा और भाजपा में भी, मैं काम करने की परिभाषा के साथ जुड़ रहा हूं. स्थान की चिंता कमज़ोर लोग करते हैं, मज़बूत लोग कभी भी स्थान की चिंता नहीं करते. आपको बता दें, कि भाजपा में शामिल होने से पहले हार्दिक पटेल ने, आज दुर्गा पूजा के साथ गऊ पूजा भी की है.
इसके साथ ही, आज गुरुवार को अहमदाबाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान हार्दिक पटेल ने कहा, “आज मैं नया अध्याय शुरू कर रहा हूं. मैं एक छोटे सिपाही के तौर पर काम करूंगा. हम हर 10 दिनों में एक कार्यक्रम करेंगे, जिसमें विधायक समेत कांग्रेस से नाखुश लोगों को भाजपा में शामिल होने के लिए कहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश की शान हैं.”
फ़िलहाल हार्दिक पटेल का आगामी विधानसभा चुनाव लड़ना तय माना जा रहा. वह, सौराष्ट्र की मोरबी या अहमदाबाद जिले में अपने पैतृक गांव, वीरमगाम सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. आपको बता दें, कि गुजरात में पाटीदार समाज का 50 से 55 सीटों पर असर है. वहीं कुल 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा में यह आंकड़ा बहुत बड़ा है और उम्मीद की जा रही, कि हार्दिक इन सीटों पर भाजपा को फ़ायदा पहुचाएंगे.
गौरतलब है, कि हार्दिक पटेल ने 18 मई को गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के साथ-साथ, प्राथमिक सदस्य के रूप में इस्तीफा दिया था. कांग्रेस छोड़ते वक्त हार्दिक ने कहा था, कि मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी. मैं मानता हूं, कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊंगा.