
तुर्की (Turkey) और सीरिया (Syria) में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या फिलहाल 7,926 पहुंच चुकी है. तुर्की के उपराष्ट्रपति फुआत ओकटे (Fuat Oktay) के अनुसार, तुर्की में कम से कम 5894 लोग मारे गए और 34810 लोग घायल हुए. वहीं, सीरियाई नागरिक सुरक्षा जिसे ‘व्हाइट हेल्मेट्स’ के तौर पर जाना जाता है, उन्होंने खुलासा किया, कि मरने वालों की संख्या उत्तर पश्चिमी सीरिया में बढ़कर 1220 हो गई और 2600 घायल हुए हैं.
गौतलब है, कि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने 10 दक्षिणी प्रांतों में तीन महीने के लिए आपातकाल की स्थिति घोषित की, जो बड़े पैमाने पर भूकंप से प्रभावित थे. राजधानी अंकारा में राज्य सूचना समन्वय केंद्र को संबोधित करते हुए एर्दोगन ने कहा, “संविधान के अनुच्छेद 119 द्वारा हमें दिए गए अधिकार के आधार पर हमने आपातकाल की स्थिति घोषित करने का फैसला किया.” इससे पहले, तुर्की ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की और झंडे को आधा झुका दिया गया.
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भूकंप के बाद जारी संकट में भारत तुर्की को अपना समर्थन दे रहा है. आपको बता दें, कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (National Disaster Response Force) यानी एनडीआरएफ (NDRF) के 50 से अधिक कर्मियों और विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड के साथ C17 उड़ान मंगलवार को तुर्की के लिए रवाना हुई. इसमें आवश्यक उपकरण, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन और अन्य उपकरण शामिल थे.
वहीं, देश में बड़े पैमाने पर आए इस भूकंप के बाद कई अन्य देश तुर्की की सहायता के लिए आगे आए हैं. ऐसा बताया जा रहा है, कि यह भूकंप 100 से अधिक वर्षों में इस क्षेत्र को प्रभावित करने वाले सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक था. गौरतलब है, कि भूकंप तुर्की के गजियांटेप प्रांत में नूरदागी से लगभग 23 किलोमीटर पूर्व में 24.1 किलोमीटर की गहराई में आया था.
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