
आज 15 अक्टूबर 2022 को जारी हुई ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index) की सूची में भारत 121 देशों में 107वें नंबर पर खिसक गया, जो साल 2021 में 101वें नंबर पर था. इतना ही नहीं, भारत इसमें अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे है. गौरतलब है, कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स की वेबसाइट पर बताया गया है कि चीन, तुर्की और कुवैत सहित 17 देश यहां शीर्ष रैंक में हैं.
भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस (Congress) ने, आज भाजपा (BJP) और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर बुरी तरह निशान साधा है. उन्होंने ट्वीट किया, कि भुखमरी सूचकांक (Hunger Index) में भारत 107वें स्थान पर पहुंच गया है, वहीं 121 देशों की लिस्ट में पिछले साल तक इसकी रैंकिंग 101 थी. इतना ही नहीं, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, सूडान, नाइजीरिया और रवांडा जैसे देश भी हमसे बेहतर स्थिति में हैं. क्या फर्जी विश्वगुरु ने इसी 'अच्छे दिन' का वादा किया था?
ग्लोबल हंगर इंडेक्स में नज़र आई इस खराब रैंकिंग के बाद, कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने भी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला किया है. उन्होंने ट्वीट किया, “भारत में 22.4 करोड़ लोग कुपोषित माने जाते हैं. माननीय प्रधानमंत्री, आप कब बच्चों के बीच कुपोषण, भूख, स्टंटिंग और वेस्टिंग जैसे वास्तविक मुद्दों को संबोधित करेंगे?”
हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए सीपीएम (CPM) नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने कहा, कि मोदी सरकार भारत के लिए विनाशकारी है और सरकार को 8.5 सालों के शासन की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. हालांकि, भारत के 100वें स्थान से नीचे गिरने के बाद भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को चौंकाने वाला और जमीनी वास्तविकता से दूर बताया है. इसके साथ ही, सरकार ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स की गणना के लिए इस्तेमाल होने वाली प्रक्रिया पर भी सवाल उठाएं हैं.
भारत सरकार ने ऐसा कहा है, कि "यह चौंकाने वाला है कि ग्लोबल हंगर रिपोर्ट 2021 ने कुपोषित आबादी के अनुपात पर संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के अनुमान के आधार पर भारत के रैंक को नीचे कर दिया है, जो जमीनी हकीकत और तथ्यों से दूर है. ग्लोबल हंगर रिपोर्ट (Global Hunger Report), कंसर्न वर्ल्डवाइड (Concern Worldwide) और वेल्ट हंगर हिल्फ़ (Welt Hunger Hilfe) की प्रकाशन एजेंसियों ने रिपोर्ट जारी करने से पहले ज़रूरी मेहनत नहीं की है.”
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