
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने आज चंडीगढ़ को लेकर एक बड़ी मांग की है. मान सरकार की ओर से शुक्रवार को विधानसभा का एकदिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया. इस सत्र के दौरान, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ को लेकर एक प्रस्ताव पेश किया है. इस प्रस्ताव में उन्होंने चंडीगढ़ को जल्द से जल्द पंजाब स्थानांतरित करने की मांग रखी है.
इस प्रस्ताव में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार से चंडीगढ़ को पंजाब की राजधानी बनाने की मांग की है. इसके साथ ही, भगवंत मान ने विधानसभा में कहा है कि "चंडीगढ़ पर सिर्फ पंजाब का हक है. देश में बहुत सारे राज्य अलग हुए हैं और जब भी किसी राज्य में से कोई नया राज्य बनता है, तो राजधानी पुराने राज्य के पास ही रहती है. इसलिए, चंडीगढ़ को भी पंजाब को दिया जाना चाहिए और उस पर सिर्फ़ पंजाब का हक है.''
पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा चंडीगढ़ को लेकर पेश किए गए प्रस्ताव पर कांग्रेस (Congress) और अकाली दल (Shiromani Akali Dal) ने भी, अपना-अपना समर्थन दिया है. कांग्रेस विधायक तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा (Tripat Rajinder Singh Bajwa) ने कहा, कि "चंडीगढ़ के मुद्दे पर हम सबको एक जुट होकर चलना पड़ेगा. मुख्यमंत्री मान फैसला करें, कि धरना देना है या फिर प्रधानमंत्री से मिलना है, हम सभी उनके साथ हैं.”
इसके अलावा, शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली (Manpreet Singh Ayali) ने कहा, कि “जब पंजाब और हरियाणा अलग हुए थे, उसी समय चंडीगढ़ हमें दिया जाना चाहिए था. साल 1970 में इंदिरा गांधी और साल 1975 में राजीव गांधी ने इसकी घोषणा की थी, लेकिन फिर भी चंडीगढ़ पंजाब को नहीं दिया गया. अकाली दल इस मुद्दे पर मान सरकार के साथ है."
आपको बता दें, कि हाल ही में केंद्र सरकार ने चड़ीगढ़ में केंद्रीय सेवा नियम लागू करने का ऐलान किया था, जो शुक्रवार से लागू हो गया है. पंजाब सरकार, केंद्र सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध कर रही है. इसी नियम का विरोध करते हुए, मान सरकार ने विधानसभा में चंडीगढ़ को पंजाब को दिए जाने का प्रस्ताव भी पेश किया है.