
संसद के शीतकालीन सत्र में, 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हुए भारत-चीन संघर्ष का मुद्दा आज काफ़ी चर्चा में रहा. इस बीच देश के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस (INC) पर निशाना साधते हुए एक ऐसा बयान दे दिया, जिससे संसद में हंगामा मच गया. गृहमंत्री के बयान पर अब कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Choudhury) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
दरअसल, संसद में दिए अपने बयान में अमित शाह ने कांग्रेस के राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation) का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “चीन को लेकर कांग्रेस हमेशा ही दोहरा रवैया दिखाती आई है. उन्होंने हंगामा करते हुए सदन को भी ठीक तरह से नहीं चलने दिया. पहले सभी को यह लगा था, कि आज संसद भारत और चीन के बीच हुए संघर्ष की वजह से नहीं चल पाई. हालांकि ऐसा नहीं है, प्रश्नकाल की सूची में मौजूद 5वां सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन के बारे में था, जिसके लिए कांग्रेस ने चीन और जाकिर नाइक (Zakir Naik) जैसे देशद्रोही से पैसे लिए. तो ऐसे में इस प्रश्न पर चर्चा कांग्रेस कैसे होने दे सकती थी? मैं पार्टी की हालत समझ सकता हूँ.”
भारत और चीन के संघर्ष के बारे में बात करते हुए गृहमंत्री ने आगे कहा, “चीन भारत की 1 इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं कर पाई है. हमारी सेना ने बड़ी ही वीरता के साथ उनका सामना करते हुए, उन्हें सीमा से ही खदेड़ दिया. मैं उन सैनिकों की बहुत प्रशंसा करता हूँ, जिन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा की.”
अमित शाह के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए, अब कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भाजप (BJP) पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है, कि पीएम केयर्स फंड (PM Cares) में भी चीन का काफ़ी पैसा लगा हुआ है, जिसके बारे में किसी को नहीं पता. सबसे पहले छापा उसी फंड पर पड़ना चाहिए.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि हाल ही में राजीव गांधी फाउंडेशन के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (FCRA) लाइसेंस को रद्द कर दिया गया था. उस दौरान भाजपा ने कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया था, कि पार्टी इस संस्था के लिए आ रहे पैसों का इस्तेमाल चीन के साथ अपने निजी संबंध बनाने के लिए करती है. वहीं भारत-चीन के संघर्ष के मामले को लेकर अब विपक्ष भी सरकार को सवालों के घेरे में डाल रही है.