
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बुधवार (22 मार्च) को मां शारदा देवी मंदिर (Maa Sharda Devi Mandir) का वर्चुअल उद्घाटन किया और करतारपुर रास्ते की तरह शारदा पीठ तीर्थ यात्रा को खोलने का वादा किया.
76 साल के अंतराल के बाद, किशनगंगा नदी के किनारे एलओसी (LOC) पर शारदा यात्रा का बेस मंदिर फिर से धार्मिक गीतों और श्रद्धालुओं के पवित्र ध्वनियों के साथ गूंज उठा.
आपको बता दें ऐसा इतिहास रचते हुए, कुपवाड़ा जिले के तीतवाल क्षेत्र में नवरात्रि (Navratri) के पवित्र अवसर पर नए निर्मित शारदा मंदिर में मां शारदा की मूर्ति को गर्भगृह में रखा गया.
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भारतीय संस्कृति हम सबको एकजुट करती है. हम कहाँ रहते हैं और हम कौन सी भाषा बोलते हैं, हम सभी एक ही धागे से जुड़े हुए हैं.
आज, कर्नाटक के श्री श्रृंगेरी शारदा मठ द्वारा नवंबर 2021 में निर्मित कुपवाड़ा (कश्मीर) में मां शारदा मंदिर के उद्घाटन ने हमारी एकता को एक बार फिर से स्थापित किया है.
अमित शाह ने मनोज सिन्हा के साथ वर्चुअल तौर पर मंदिर का उद्घाटन किया, जहां उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद मूल मंदिर तक एक करतारपुर जैसा कॉरिडोर खोलने का प्रयास करेंगे. अमित शाह ने ट्वीट करके जानकारी दी.
विभाजन से पहले भारत-पाकिस्तान के बीच विश्व प्रसिद्ध शारदा पीठ विश्वविद्यालय के लिए मां देवी के तेतवाल मंदिर को बेस कैंप बनाया गया था. तेतवाल के मंदिर में मां शारदा की पवित्र यात्रा के लिए बेस कैंप था और मंदिर के नजदीक ही एक गुरुद्वारा कृष्ण गंगा नदी के किनारे में था, जो 1947 में दक्षिणी कश्मीर के लुटेरों द्वारा जला दिया गया था.
इस शुभ अवसर पर क्षेत्र के स्थानीय लोग भी अपने पंडित भाईयों के साथ शामिल हुए थे और उम्मीद करते हैं कि इस मंदिर के पुनर्निर्माण और पुनरारंभ से इस एलओसी क्षेत्र के लोगों के बीच भाईचारा बढ़ेगा, और यह इसी तरह एलओसी के करीब स्थित इस दूरस्थ स्थान पर रहने वाले लोगों के उत्थान में भी मददगार साबित होगा.
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