
पिछले कुछ सालों से पर्यावरण के लिए ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming), एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. वहीं गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. उत्तर भारत में भी गर्मी, हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है. बढ़ती गर्मी के कारण, लोगों को भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इस चिलचिलाती और उमस भरी गर्मी से बेहाल लोग, मानसून का इंतज़ार कर रहें हैं.
पिछले कुछ सालों की बात की जाए, तो गर्मी हर साल पुराने रिकॉर्ड तोड़कर नए रिकॉर्ड बना रही है. यूनाइटेड किंगडम (यूके) के मौसम विभाग (Weather Department) के रिसर्चर्स की एक रिपोर्ट बताती है, कि अगले 5 सालों में दुनिया के तापमान में 1.5 डिग्री से ज़्यादा का इज़ाफ़ा हो सकता है, जिसकी आशंका 50% है. वहीं यह भी माना जा रहा है, कि यह बढ़ोतरी अस्थायी होगी, लेकिन तापमान जिस तरह से बढ़ रहा है, उसने रिसर्चर्स को चिंता में डाल दिया है. वैज्ञानिकों का कहना है, कि 2022 से 2026 के बीच एक साल ऐसा होगा, जब गर्मी अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी.
साल 2022 में अप्रैल का महीना बेहद गर्म रहा. इस महीने में गर्मी ने अपने पिछले 6 साल के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. बीते 6 सालों में अप्रैल के अधिकतम तापमान की बात करें, तो साल 2017 में अप्रैल के महीने में सबसे अधिक तापमान 43.2 डिग्री रहा. वहीं साल 2018 में अप्रैल के महीने का सबसे अधिक तापमान, 42.0 डिग्री था.
इसके बाद, साल 2019 में अप्रैल का अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री, साल 2020 में 40.1 डिग्री और साल 2021 में अप्रैल का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री था. साल 2022 के अधिकतम तापमान की बात करें, तो अप्रैल के महीने का अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री, उत्तर-प्रदेश के बांदा ज़िले मे दर्ज किया गया.
गर्मी की चिलचिलाती दोपहर और रात की बैचेनी ने सभी का जीना मुश्किल कर दिया है. इस भीषण गर्मी से सिर्फ एक ही चीज़ राहत दे सकती है और वो है मानसून. सूरज की गर्मी से सूख चुकी ज़मीन को, बारिश की ठंडी बौछार देने वाला मानसून (Monsoon in India), इस बार ज़बरदस्त बादलों की टोली लेकर देश में प्रवेश करेगा. मौसम विभाग का कहना है, कि इस साल अच्छी बारिश के आसार हैं, जिससे जून और सितम्बर के बीच 868.6MM औसतन बारिश होने की उम्मीद की जा रही है.
बीते कुछ दिनों में, देश के कई हिस्सों में प्री-मानसून की शुरुआत हो चुकी है. दिल्ली सहित मध्य प्रदेश, उत्तर-प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखण्ड, उत्तराखंड, कश्मीर और हिमाचल जैसे राज्यों के कुछ इलाकों में, बारिश की बूंदों ने मानसून के आने की दस्तक दी है. प्री-मानसून के आग़ाज़ को देखते हुए, साल 2022 में अच्छी बारिश होने की उम्मीद लगायी जा रही है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) का कहना है, कि पिछले साल की तुलना में इस बार मानसून समय से आएगा. पिछले साल मानसून जल्दी आ गया था, इसीलिए देश में पर्याप्त मात्रा में बारिश नहीं हुई थी. मगर इस बार सामान्य बारिश की उम्मीद है. मौसम विभाग के अनुसार, साल 2022 में 99% बारिश होने के आसार हैं. आपको बता दें, कि 96-104% तक की बारिश को सामान्य माना जाता है.
मौसम विभाग का कहना है, कि इस बार न सिर्फ मानसून अच्छी बारिश लेकर आएगा, बल्कि ‘ला नीना’ तूफान का भी असर दिखाई देगा. इसके चलते राजधानी दिल्ली से लेकर हरियाणा, उतर-प्रदेश, मध्य-प्रदेश, पश्चिम बंगाल और केरल में बढ़िया बारिश हो सकती है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है, कि केरल में सबसे पहले मानसून की शुरुआत होगी और 1 जून से तटीय क्षेत्रों में बारिश होने की उम्मीद है. वहां से होते हुए मध्य भारत, यानी मध्य प्रदेश में मानसून 15 जून से शुरू होगा और दिल्ली आते-आते इसे 26 से 27 जून तक का समय लग सकता है.