
कैलाश विजयवर्गीय, दिलीप घोष, अरविंद मेनन और शिव प्रकाश पर लगाया आरोप। कहा, की नरेंद्र मोदी और अमित शाह की छवि को धूमिल किया।
त्रिपुरा और मेघालय के पूर्व राज्यपाल और बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष, तथागत रॉय, ने बीजेपी बंगाल के शीर्ष नेताओं को हार का जिम्मेदार ठहराया है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हार पर अपना रुख जारी रखते हुए, बीजेपी नेता तथागत रॉय ने राज्य के वरिष्ठ पार्टी नेतृत्व को चुनावी बिगुल फूंकने का दोषी ठहराया है। इसके साथ ही, उन्होंने उन सभी पर गंभीर टिप्पणी कर कहा कि, " इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नाम को कीचड़ में घसीट दिया है।"
वीरवार को ट्वीट की एक श्रृंखला को पोस्ट करते हुए रॉय ने, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव, कैलाश विजयवर्गीय, बंगाल भाजपा के प्रमुख, दिलीप घोष, राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव, शिव प्रकाश, पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी, अरविंद मेनन का नाम लिया और कहा कि,"इन चारों ने भाजपा कार्यकर्ता और आरएसएस के कार्यकर्ताओं का सबसे ज्यादा संभावित अपमान किया है।"
अपने विवादास्पद ट्वीट के लिए पहचाने जाने वाले रॉय ने कहा,"बंगाल के नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस से आने वाले कचरे को टिकट दे दिया।" रॉय ने यह भी जोड़ा," इन लोगों ने टीवी और फिल्मी एक्टर्स को टिकट दिया, जिनका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है।"
तथागत रॉय ने इन लोगों को "बिना राजनीतिक अंतर्दृष्टि और घटिया, उदासीन, भाड़े वाले लोगों का एक गुच्छा" तक कह दिया। बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी दोष लगाया कि पार्टी के नेता 7 सितारा होटल में रहते हैं, उनके अंदर जमीनी स्तर के विश्लेषणात्मक क्षमता का अभाव है, वे बंगाली जनता की संवेदनशीलता को नहीं समझते हैं।
रॉय ने कहा कि "धर्मनिष्ठ आरएसएस कार्यकर्ता", जो 1980 के दशक से पार्टी के लिए अथक रूप से काम कर रहे थे, अब "तृणमूलियों से सबसे अधिक उत्पीड़न" का सामना कर रहे हैं।
रॉय ने कहा कि,"अब राज्य में पार्टी से पलायन हो सकता है, पहला, उन लोगों का जो तृणमूल कांग्रेस से आए थे, दूसरा, पुराने कार्यकर्ताओं का जो उत्पीड़न का शिकार बन रहे हैं।"
"अगर दूसरा पलायन हुआ तो वह राज्य में पार्टी का अंत होगा।", रॉय ने चेतावनी दी।
एक अलग ट्वीट में उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पार्टी के उच्च नेतृत्व द्वारा उन्हें दिल्ली बुलाया गया है।