
5G नेटवर्क टेक्नोलॉजी को लेकर अमेरिका की एक मल्टीनेशनल कंपनी, Intel और भारत की बड़ी और बेहतरीन टेक कंपनी Reliance Jio के बीच साझेदारी हुई है. इस साझेदारी में यह तय हुआ है कि 5G की नेटवर्किंग की तकनीक विकसित करने के लिए दोनों कंपनियां साथ मिलकर काम करेंगी.
बीते वर्ष Intel की वेंचर कैपिटल यूनिट ने Reliance Jio में करीब 1,857.42 करोड़ रुपये निवेश किए थे. इस निवेश का मकसद दोनों कंपनियों का टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पार्टनरशिप की संभावनाओं की तलाश करना था.
कंपनी के डेटा प्लेटफार्म के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और जनरल मैनेजर, नवीन शिनाय ने कहा, यह साझेदारी बहुत ही काम की साबित हो सकती है. फिलहाल भारतीय मार्केट में 5G की प्रगति बड़े पैमाने पर होती दिख रही है. Reliance Jio इस पर गैर विरासती तरीके से काम कर रही है."
बीते कुछ वर्षों में Intel ने मैन्युफैक्चरिंग की समस्या झेली है. जिसके कारण वह मुख्य डाटा सेंटर और पर्सनल कम्प्यूटर की मार्केटिंग में हिस्सेदारी खो रहा है. पर नेटवर्किंग चिप इसके व्यवसाय का बेहद खास हिस्सा है. इन नेटवर्किंग चिप की बाजारों में लगातार कीमत बढ़ती रही है. जानकारी के अनुसार इस चिप का उपयोग करके स्पेक्ट्रम के इस्तेमाल को दोगुना कर सकते है. इससे कैरियर्स को लाभ मिलता है, वह भी बिना इसकी खरीद में अरबों लगाए बिना.
Intel के नेटवर्क प्लेटफार्म ग्रुप के जनरल मैनेजर, ने अपने बयान में कहा है कि, " कुछ विकास हमारे दशकों पहले लिए फैसले की वजह से है, जिसमें सॉफ्टवेयर में निवेश शामिल है. FlexRAN नाम का एक ऐसा साफ्टवेयर हमारे पास है जो 5G नेटवर्क के लिए कोड लिखना आसान करता है." Intel ने कहा है कि, "हम Reliance Jio के साथ अपने 5G रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) के लिए बाकी चीजों के अलावा को-इनोवेशन पर भी काम करेंगे."
5G के लिए Reliance Jio, दुनिया की उन कंपनियों में शामिल है जिनका दृष्टिकोण अलग और नया है. बाकियों से अलग यह नेटवर्क संभालने के लिए नोकिया, एरिक्सन जैसी कंपनियों के गियर की बजाय, सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करती हैं. फिलहाल Reliance मुंबई में 5G के ट्रायल शुरू कर चुकी है और बाकी शहरों में कनेक्शन की कोशिश में लगी हुई है.