Parliament Winter Session: भारत-चीन और कोविड-19 पर बहस के साथ ख़त्म होगा सत्र

Parliament Winter Session: भारत-चीन और कोविड-19 पर बहस के साथ ख़त्म होगा सत्र

7 दिसंबर से शुरू हुआ संसद (Parliament) का यह शीतकालीन सत्र (Winter Session 2022) अपने निर्धारित समय से एक सप्ताह पहले शुक्रवार को समाप्त होने वाला है। इस सत्र में तवांग में चीन के अतिक्रमण को लेकर विपक्ष और केंद्र के बीच बहस हुई, जिसे गंभीर "राष्ट्रीय चिंता" का मामला बताया गया. हाल ही में देश में कोविड-19 (Covid-19) की बढ़ती चिंता के बीच राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) में कोविड प्रोटोकॉल पर विवाद हो रहा है.

इसी बीच, आगामी क्रिसमस और नए साल के त्योहार को देखते हुए शीतकालीन सत्र जल्दी समाप्त होने वाला है। संशोधनों के संदर्भ में इस सत्र ने संविधान अनुसूचित जनजाति आदेश 1950, साथ ही वन्य जीवन संरक्षण संशोधन विधेयक 2021, ऊर्जा संरक्षण संशोधन विधेयक 2022 के साथ-साथ समुद्री डकैती-रोधी विधेयक 2022 और एंटी-मैरीटाइम पाइरेसी बिल 2019 पारित किया. 

संसद शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सरकार और विपक्ष के बीच सुलह के कोई संकेत नज़र नहीं आ रहे हैं। केंद्र अभी भी चीन की चिंता पर बहस नहीं करने के अपने रुख पर कायम है, जबकि विपक्षी दल "चाइना पर चर्चा" की मांग जारी रखे हुए हैं। ताज़ा घटनाक्रम में कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun kharge) ने मुद्दों और असहमति को लेकर पीयूष गोयल (Piyush Goyal) से मिलने से इनकार कर दिया है। राज्यसभा (Rajya Sabha) के सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के बीच भी एक नया संकट खड़ा हो गया है। 

सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने के साथ ही एक नया विवाद खड़ा हो रहा है। इस बीच, कोविड का मुद्दा उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) यात्रा पर वायरस फैलाने का आरोप लगा रही है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने संसद को संबोधित किया और राज्यों से कहा, कि वह कोविड-19 के डर और आगामी शीतकालीन उत्सव के मौसम के मद्देनजर कोविड के उचित व्यवहार पर फिर से ध्यान केंद्रित करें, जहां लोगों के घुलने-मिलने की उम्मीद है।

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