
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा, कि वह राज्य में कभी भी सीएए (CAA) जारी नहीं होने देंगी. उनके मुताबिक हर कोई भारत का एक नागरिक है. एक भीड़ से बात करते हुए ममता बनर्जी ने भाजपा (BJP) की निंदा करते हुए कहा कि वह चुनावों से पहले मटुआ, राजबंसियों और अन्य पहाड़ी समुदायों के साथ राजनीति कर रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने बताया कि वह राज्य में गुजरात मॉडल को अनुमति नहीं देंगी. भाजपा, चुनाव से पहले सीएए के मुद्दे पर मटुओं के साथ राजनीति करते हैं और बंगाल को विभाजित करने की कोशिश करते हैं, राजबंसियों और पहाड़ियों के लोगों की भावनाओं पर खेलते हैं, जबकि उनमें से ज्यादातर लोग इसे नहीं चाहते हैं. भाजपा ने आपको सिर्फ झूठ का बोझ दिया है.
सूत्रों के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस 18 नवंबर से बंगाल विधानसभा के आगामी सत्र में सीएए के खिलाफ प्रस्ताव लाने की योजना बना रही है.
मुख्यमंत्री ने बताया दक्षिण और उत्तर बंगाल मिलकर पश्चिम बंगाल बनाते है, पश्चिम बंगाल को विभाजित करने का सवाल ही नहीं है. ममता बनर्जी ने दावा किया कि बंगाल में रहने वाले बांग्लादेशी शरणार्थी भी वहां के नागरिक की ही तरह हैं. आपके वोट के बिना मैं और नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री नहीं हो सकते थे. अगर हम में से कोई भी नागरिक नहीं है, तो मैं भी नहीं हूं.
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा करने का फैसला किया कि उनका प्रशासन शरणार्थियों और मटुआ को जो कि बांग्लादेश से पलायन किया था, को नदिया जिले में मुफ्त भूमि प्रदान करेगा ताकि उन्हें एक पता ( Address) और अपनी ज़मीन मिल सके.
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