
गुरुवार सुबह कॉंग्रेस (Congress) नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने एक ट्वीट कर कहा, कि भारतीय नोटों (Currency Notes) पर डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) की तस्वीर लगाई जाए. उन्होंने लिखा, कि "क्यों न नोटों की नई सीरीज़ पर डॉ. बाबासाहब अम्बेडकर की तस्वीर लगाएं? एक तरफ महान महात्मा दूसरी तरफ डॉ. अम्बेडकर. अहिंसा, संविधानवाद और समतावाद एक अद्वितीय संघ में विलीन हो रहे हैं, जो आधुनिक भारतीय प्रतिभा को पूरी तरह से जुड़ता दिखाएगा.”
ग़ौरतलब है, कि गुजरात के चुनावों से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने नए भारतीय नोटों को लेकर एक बड़ी माँग की थी. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार से भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी के साथ महालक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर छापने की मांग की थी. उनका कहना था, कि “अगर भारतीय नोटों पर लक्ष्मी और गणेश का चित्र होगा तो हमारा भारत देश और अधिक समृद्ध होगा. इंडोनेशिया एक मुस्लिम देश है, वहां 2 फीसदी से भी कम हिंदू हैं, लेकिन वहां भी उनके चलनीय नोटों पर भगवान गणेश की तस्वीर देखने को मिलती है.”
अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को एक चिट्ठी लिखने की बात भी कही थी. उन्होंने कहा था, कि “यह एक बहुत ही अहम कदम होगा, जो मोदी सरकार को उठाना चाहिए. हमें पुरी उम्मीद है, कि इससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा.”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा था, कि "हम यह नहीं कह रहे कि सारे नोट बदले जाएं, लेकिन अब जो नए नोट छपेंगे, उनपर यह शुरुआत की जा सकती है. इससे धीरे-धीरे करके यह नोट चलन में ये आ जाएंगे." दिल्ली के मुख्यमंत्री के इसी बयान पर अब एक नया विवाद शुरू गया है. वहीं कॉंग्रेस सांसद मनीष तिवारी के भारतीय नोटों पर आए इस बयान के बाद, भारतीय राजनीति और ज्यादा गर्माती नज़र आ रही है.
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