
कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारत जोड़ों यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान एक पुराने पत्र का हवाला देते हुए एक विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, कि हिंदू महासभा के दिवंगत अध्यक्ष विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) ने अंग्रेज़ों का आज्ञाकारी सेवक बने रहने के लिए भीख मांगी थी. इसी बयान पर अब भाजपा (BJP) तीखी प्रतिक्रिया दे रही है.
राहुल गांधी ने कथित तौर पर सावरकर द्वारा लिखा पत्र दिखाते हुए महाराष्ट्र के अकोला में कहा था, “क्या आपने यह पत्र देखा है जो सावरकर ने अंग्रेज़ों को लिखा था? यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है. मैं इसकी अंतिम पंक्ति पढ़ूंगा, जहां सावरकर कहते हैं, 'मैं रहने की विनती करता हूं, सर. आपका सबसे आज्ञाकारी सेवक, वीडी सावरकर.’ यह मैंने नहीं लिखा है. सावरकर ने इसे लिखा था. उन्होंने अंग्रेज़ों की बहुत मदद की थी.”
सावरकर पर गांधी के हमले के बाद, भाजपा आई.टी
प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) को "कायर" करार दिया. मालवीय ने कहा, "जवाहरलाल नेहरू, जिस व्यक्ति को कांग्रेस पूजती है, उनके पिता द्वारा उन्हें सितंबर 1923 में बचाया गया था. सिर्फ इसलिए, क्योंकि वह नाभा जेल में 2 हफ्तों के लिए भी कठिनाइयाँ सहन नहीं कर सके. उनके पिता मोतीलाल नेहरू ने उन्हें सुरक्षित करने के लिए अंग्रेज़ों को माफ़ी पत्र लिखा. नेहरू कायर थे. तो अपने भीतर देखो.”
इस बीच, कांग्रेस नेता ने इस सवाल को भी खारिज कर दिया, कि वह साल 2024 के आम चुनावों में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे या नहीं. यह पूछे जाने पर, कि वह गुजरात में प्रचार क्यों नहीं कर रहे हैं? गांधी ने कहा, "अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) मुझसे प्रचार करने के लिए कहेंगे, तो मैं करूंगा."
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