
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने आज शुक्रवार 21 अक्टूबर 2022 को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के इस दावे पर पलटवार किया, कि वह भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janta Party) यानी भाजपा के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, “प्रशांत किशोर अपने प्रचार के लिए बोलते हैं और जो चाहें बोल सकते हैं, हमें परवाह नहीं है. एक समय था जब मैं उनकी इज्ज़त करता था, लेकिन जिनका मैं सम्मान करता था, उन्होंने मेरा अपमान किया है.”
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि बिहार के मुख्यमंत्री के भाजपा के साथ रिश्ते खत्म नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा, "यह समझना मुश्किल है, कि क्या नीतीश कुमार गठबंधन से बाहर आ गए हैं. अगर ऐसा है, तो उनका एक सांसद अभी भी राज्यसभा में महत्वपूर्ण पद पर क्यों है. जहां तक मुझे पता है, नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ अपने सभी रास्ते बंद नहीं किए हैं.”
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा है, कि कुछ लोग सोचते हैं कि नीतीश कुमार केंद्र में भाजपा के खिलाफ़ एक बड़े गठबंधन की दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन वह बहुत विश्वसनीय नहीं हैं. इससे पहले भी किशोर ने यह दावा किया था, कि नितीश कुमार भाजपा के संपर्क में हैं और अगर स्थिति की मांग हुई, तो वह फिर से पार्टी के साथ गठबंधन कर सकते हैं. हालांकि, नीतीश कुमार की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) द्वारा इस बात को भ्रामक और भ्रम फैलाने के उद्देश्य से खारिज कर दिया गया था.
गौरतलब है, कि नीतीश कुमार ने इस साल अगस्त 2022 में भाजपा से नाता तोड़ लिया था. वहीं, महागठबंधन (Mahagathbandhan) में राष्ट्रीय जनता दल समेत अन्य दलों के साथ हाथ मिलाने के बाद फिर से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. वहीं, 17 साल से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं, जिसमें 14 साल तक भाजपा के समर्थन से वह इस पद पर काबिज थे.
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