
प्रधानमंत्री Narendra Modi ने आज 'Creating Synergies for Seamless Credit Flow and Economic Growth' कार्यक्रम को सम्बोधित किया है. यह कार्यक्रम, नई दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित किया गया है. इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने मुख्य रूप से बैंकिंग सैक्टर में आए सुधारों पर चर्चा की है.
भाषण की शुरूआत में प्रधानमंत्री Narendra Modi ने बताया है, कि सरकार ने बीते 6-7 वर्षों में बैंकिंग क्षेत्र में काफ़ी बदलाव किये है. उन्होंने ये भी कहा है, कि "बैंकिंग क्षेत्र ने देश का हर तरह से समर्थन किया है और इसी वजह से, आज देश का बैंकिंग क्षेत्र बहुत मजबूत स्थिति में है. आप भी ये महसूस करते हैं, कि बैंकों की माली हालत अब काफी सुधरी हुई स्थिति में है".
प्रधानमंत्री Narendra Modi ने अपने भाषण में कहा है, कि "हमने IBC जैसे सुधर कानून लाए, अनेक कानूनों में सुधार किए और क़र्ज़ वसूली न्यायाधिकरण को भी पहले से सशक्त किया है. वहीं देश में आई Covid-19 माहामारी के दौरान, 'Dedicated Stressed Asset Management Vertical' का गठन भी किया था. आज भारत के बैंकों की ताकत इतनी बढ़ चुकी है, कि वो देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देने में, एक बड़ा स्टार्ट देने में, भारत को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. मैं इस चरण को भारत के बैंकिंग क्षेत्र का एक बड़ा मील पत्थर मानता हूं." इस मौके पर वित्तमंत्री Nirmala sitharaman भी उनके साथ उपस्थित थीं.
प्रधानमंत्री Narendra Modi ने अपने इस संबोधन में, देश में शुरू हो रही PLI योजनाओं पर भी बात की है. उन्होंने कहा है, कि 'आप सभी PLI स्कीम के बारे में जानते हैं. इसमें सरकार भी कुछ ऐसा ही कर रही है, कि जो भारत के निर्माण से जुड़े लोग है, वो अपनी क्षमता कई गुना बढ़ाएं. इसके साथ ही, खुद को वैश्विक स्तर की कंपनी में बदलें. इसके लिए, सरकार का उन्हें पूरा समर्थन है. बीते कुछ समय में देश में जो बड़े-बड़े परिवर्तन हुए हैं और जो योजनाएं लागू हुई हैं, उनसे देश में डाटा इकठ्ठा हुआ है. इस आधार पर, उनका लाभ बैंकिंग क्षेत्र को जरूर उठाना चाहिए".