
संसद के Monsoon Session के पहले दिन जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष ने हाल ही में चर्चा का विषय बनी पेगासस रिपोर्ट्स को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आज सत्र के दूसरे दिन संसद के दोनों सदनों में यह मामला फिर से गूंज सकता है. कांग्रेस की और से लोकसभा सदन में इस मामले को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया गया है. वहीं AAP पार्टी के सांसद संजय सिंह और तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेंद्र शेखर ने पेगासस रिपोर्ट्स के मसले पर राज्यसभा में चर्चा का नोटिस दिया है.
पेगासस एक इजराइली स्पाइवेयर है. NSO ग्रुप कंपनी द्वारा पेगासस स्पाइवेयर बनाती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए देश में कई नामचीन लोगों के फोन हैक किए गए है. रिपोर्ट्स के मुताबिक 40 भारतीय पत्रकारों की भी जासूसी हुई है. वे ऐसे पत्रकार हैं जो सरकार की नाकामियों को उजागर करते हैं. हालांकि भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में ऐसे कई पत्रकारों की जासूसी हुई है.
इस सूची में कांग्रेस लीडर राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक बनर्जी. वहीं केंद्र सरकार के नए IT मंत्री अश्विनी वैष्णव, बंगाल में TMC के चुनाव रणनीतिकार रहे, प्रशांत किशोर और पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा शामिल हैं. इनके अलावा कई पत्रकार और पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर यौन शौषण का आरोप लगाने वाली महिला स्टाफर का नाम भी इस रिपोर्ट में शामिल है.
विपक्ष ने इस पर केंद्र को पूरी तरह से घेरने का मन बना लिया है. Monsoon Session का पहला दिन भी इसी की भेंट चढ़ गया. सूत्रों के मुताबिक आज मंगलवार को विपक्ष पेगासस रिपोर्ट्स को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगी. हालांकि केंद्र सरकार के नए IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में बयान दिया और कहा कि यह रिपोर्ट्स पूरी तरह से झूठ हैं, केंद्र सरकार का इस रिपोर्ट्स से कोई लेना देना नही है. सत्र से ठीक पहले इस तरह की रिपोर्ट्स का उजागर होना, सरकार को फसाने की एक साजिश है.
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