
उत्तर प्रदेश के वाराणसी का ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) मामला काफी लंबे समय से सुर्खियों का हिस्सा बना हुआ है. वहीं इस मामले से जुड़ी एक और अहम सुनवाई सोमवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) में होगी. दोपहर 12 बजे होने वाली इस सुनवाई में मस्जिद परिसर के सर्वेक्षण पर दायर की गई भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की याचिका पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
दरअसल, ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में शिवलिंग मिलने के मामले में हिंदू पक्ष की अपील पर वाराणसी की जिला न्यायालय ने एएसआई को मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया था. इस आदेश को चुनौती देते हुए, मस्जिद की अंजुमन इंतजामिया मस्जिद समिति (Anjuman Intezamia Masjid Committee) और उत्तर प्रदेश के सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड (Uttar Pradesh Sunni Central Waqf Board) ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की, जिसके बाद से ही इस सर्वेक्षण को लेकर सुनवाइयों का सिलसिला जारी है.
गौरतलब है, कि पुरातात्विक सर्वेक्षण को लेकर हुई पिछली सुनवाई में एएसआई ने हलफनामा दायर करते हुए कहा था, कि अदालत से मंजूरी मिलने पर वह मस्जिद में मिले शिवलिंग से जुड़ी सच्चाई का पता लगाएगी. उनके हलफनामे के जवाब में मस्जिद की इंतजामिया समिति ने अदालत से यह अपील की, कि उनके पक्ष को अपनी दलीलें पेश करने के लिए थोड़ा और समय दिया जाए, जिसके बाद अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 28 नवंबर तय की. वहीं आज इस मामले पर जस्टिस प्रकाश पांडिया (Prakash Pandya) की सिंगल बेंच फैसला लेगी. मस्जिद परिसर में किसी भी सर्वेक्षण पर फ़िलहाल 30 नवंबर तक की रोक लगी हुई है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि इसी साल मई में ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में कथित तौर पर एक शिवलिंग मिला था. इसके बाद हिंदू और मुस्लिम पक्षों में हुए विवाद को देखते हुए, जिला प्रशासन ने इस परिसर को अपनी सुरक्षा में ले लिया. अब देखना यह है, कि आज की सुनवाई में आया इलाहाबाद उच्च न्यायालय का फैसला इस मामले को कौन से नए मोड़ पर ले जाएगा.
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