
उत्तर प्रदेश के Lakhimpur Kheri में रविवार को भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई है. आरोप है कि, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री Ajay Mishra के बेटे Ashish Mishra की कार ने, प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंद दिया, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं, इसके बाद हिंसा में 4 लोग और मारे गए. इस पूरे बवाल के बाद सियासत भी गर्म हो गई है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, विपक्षी नेता, केंद्रीय मंत्री Ajay Mishra और डिप्टी सीएम Keshav Prasad Maurya का इस्तीफा मांग रहे हैं.
आपको बता दें, कि रविवार को डिप्टी सीएम Keshav Prasad Maurya तय कार्यक्रम के तहत Lakhimpur Kheri के दौरे पर थे. उन्हें लेने के लिए गाड़ियां जा रही थीं. ये गाड़ियां, केंद्रीय मंत्री Ajay Mishra के बेटे Ashish Mishra की बताई गईं. रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. जिससे लोगों में झड़प हो गई. इसके बाद, आरोप लगाया गया कि, Ashish Mishra ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं Ashish Mishra का कहना है कि, वह खुद गाड़ी में नहीं थे. उनके कार्यकर्ता, तीन वाहनों से उप-मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए जा रहे थे. किसानों की मौत के बाद मामला बढ़ गया और हिंसा भड़क गई. हिंसा में बीजेपी नेता के ड्राइवर समेत चार और लोगों की भी मौत हो गई है. कुल मिलाकर, इस हिंसा में अब तक 8 की मौत हो चुकी है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री Ajay Mishra के बेटे Ashish Mishra ने कहा है कि, मैं कार्यक्रम के अंत तक सुबह नौ बजे से बनवारीपुर में मौजूद था. मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं. मैं इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करता हूं. इसके लिए दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने साथ ही कहा कि, हमारे तीन वाहन एक कार्यक्रम के लिए उप मुख्यमंत्री की अगवानी करने गए थे. रास्ते में कुछ बदमाशों ने पथराव किया. गाड़ियों में आग लगा दी और हमारे तीन -चार कार्यकर्ताओं को लाठियों से भी पीटा गया.
1- रमन कश्यप ( स्थानीय पत्रकार)
2- दलजीत सिंह (32) पुत्र हरजीत सिंह- नापपारा, बहराइच (किसान)
3- गुरविंदर सिंह (20) पुत्र सत्यवीर सिंह- नानपारा,बहराइच (किसान)
4- लवप्रीत सिंह (20) पुत्र सतनाम सिंह- चौखडा फार्म मझगईं (किसान)
5- छत्र सिंह (किसान)
6- शुभम मिश्र पुत्र विजय कुमार
7- हरिओम मिश्र पुत्र परसेहरा, फरधान (Ajay Mishra का ड्राइवर)
8- श्यामसुंदर पुत्र बालक राम सिंघहा, कलां सिंगाही (बीजेपी कार्यकर्ता)
मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने Lakhimpur Kheri हिंसा को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. इस घटना के बाद सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, Lakhimpur Kheri में हुई घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि, इसमें जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अब Lakhimpur Kheri में हिंसा के बाद, पूरा उत्तर प्रदेश इस वक्त राजनीतिक अखाड़ा बना हुआ है. विपक्षी नेता, इस हिंसा पर Lakhimpur Kheri जाकर किसानों से मिलना चाहते हैं. लेकिन प्रशासन सख्त रवैया अपनाए हुए है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस बीच मृतक किसानों के घरवालों और पुलिस के बीच समझौता हो गया है, जिसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आपको बता दें कि, Lakhimpur Kheri में 3 डॉक्टरों का पैनल, किसानों के शवों का पोस्टमार्टम करेगा. मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है. पोस्टमार्टम के बाद, शवों को उनके परिजनों को सौंप कर, उनके घर पहुंचाया जाएगा.
इससे पहले Lakhimpur Kheri जाने से रोके जाने पर, Akhilesh Yadav लखनऊ में सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे. जिसके बाद, उनको हिरासत में लिया गया. वहीं, दूसरी ओर Priyanka Gandhi को सीतापुर में हिरासत में लिया गया था.
राजस्थान के मुख्यमंत्री Ashok Gehlot ने यूपी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, 'मेरी समझ में यह नहीं आ रहा कि, यह यूपी की पुलिस, प्रशासन और सरकार, विपक्षी नेताओं को क्यों रोकती है? ऐसा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि, राजस्थान में जब कभी भी कोई घटना हुई है, तो हमने कभी किसी को नहीं रोका क्योंकि विपक्ष के जाने से हो सकता है कि, और सच्चाई सामने आ जाए.
ताज़ा जानकारी के अनुसार, अब किसानों और Lakhimpur Kheri प्रशासन के बीच समझौता हो गया है. किसान नेता Rakesh Tikait और एडीजी Prashant Kumar ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जानकारी दी. सभी चार मृतक किसानों के परिवार वालों को 45-45 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा. परिवार वालों में से एक को नौकरी भी दी जाएगी और पूरे मामले की रिटायर्ड जज के जरिए न्यायिक जांच होगी.