
इजरायल के राष्ट्रपति ने इजराइल में यहूदियों और आर्बियों के बीच गाज़ा को लेकर गृह युद्ध होने की दी चेतावनी।
इजराइल के गाजा में फिलिस्तीनी आतंकवादियों के द्वारा काफी आतंक मचाया जा रहा है। लोग लगातार गोलाबारी कर रहे हैं। आतंकियों की इस करतूत की वजह से स्थानीय लोगों के दिलों में आक्रोश और भय का माहौल बना हुआ है। कुछ लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन भी कर रहे हैं। ऐसे में, इजरायल के राष्ट्रपति ने यह चेतावनी दी है कि अरबी और यहूदी लोगों के बीच में गृह युद्ध छिड़ सकता है क्योंकि मौजूदा हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।
इस गोलाबारी में अब तक 65 लोगों की जान जा चुकी है। इजरायली मीडिया के तरफ से यह खबर भी दिखाई जा रही है कि वहां के धर्म गुरुओं और राजनेताओं के द्वारा लगातार जनता से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। पुलिस बढ़ते हुए दंगों को रोकने के लिए सामूहिक गिरफ्तारी कर रही है जिससे हालात में मामूली सा फर्क पड़ा है।
कुछ दंगाइयों ने हालात को और नाजुक बनाने के लिए उत्तरी हेफा के बंदरगाह पर झंडा भी लहरा दिया । इस दौरान दंगाइयों के साथ पुलिस की काफी हाथापाई भी हुई है।
टॉप रेटेड चैनल 12 पर प्रसारित होने वाले एक शो में राष्ट्रपति रेवेन रिवलिन ने अपनी जनता से कहा कि,"कृपया इस पागलपन को रोके'।
राष्ट्रपति ने कहा, "हम हम इस वक्त ऑन रॉकेटों से ज्यादा डर रहे हैं जिनको हमारे नागरिकों और जनता के द्वारा ही सड़कों पर उतारा जा रहा है कृपया इस स्थिति को काबू में करने की कोशिश कीजिए गृह युद्ध को रोकने की कोशिश जारी हैं।"
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच में चलते तनाव को देखकर यूनाइटेड नेशन्स ने दोनों पक्षों को बैठक के लिए बुलाया। जहां उनको यह सलाह भी दी गई कि दोनों के बीच चलते युद्ध की वजह से जनता को भारी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
इजरायल की 21% आबादी अरबी अल्पसंख्यकों की है। इस आबादी में वह लोग शामिल है जिन्हें फिलिपस्तानी नागरिकता विरासत में मिली और जो 1948 के निर्माण के बाद इजरायल में रहने से पहले ओटोमन और फिर ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के तहत रहते थे।