
भारतीय अर्थव्यवस्था पर इस वर्ष कोरोना वायरस की बुरी मार पड़ी है. कोविड-19 के कारण, देश में व्यापार और आर्थिक गतिविधियों पर ब्रेक लग गया था. अर्थव्यवस्था को डगमगाते देख कई अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी भी दीं.
लेकिन, SBI के चेयरमैन Dinesh Kumar Khara का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस वर्ष वापसी करेगी. उन्होंने कहा कि, भारतीय अर्थव्यवस्था जारी वित्तीय वर्ष में, कोविड-19 से उबरकर, फिर से पुरानी रफ्तार हासिल करेगी.
State Bank Of India की 66वीं वार्षिक बैठक को बैंक के चेयरमैन Dinesh Kumar Khara ने संबोधित किया. इस दौरान उनका कहना था कि, FY-21 के दौरान पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था में लगभग 3 प्रतिशत की कमी आयी. महामारी ने बड़ी संख्या में वैश्विक स्तर पर जान और माल का नुकसान किया है. हालाँकि, भारत में यह नुकसान खासतौर पर अधिक हुआ है.
के दौरान, भारत की GDP 7.3 प्रतिशत घट गई. मार्च 2021 के बाद से देश में कोविड संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़े, और देश महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आ गया. बैंक की 66वीं सालाना बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, "उस मुश्किल दौर में भी Reserve Bank Of India और केंद्रीय सरकार ने अपनी नीतियों के द्वारा, अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के हर संभव प्रयास किये." अपनी बात को पूरा करते हुए SBI Chairman ने कहा कि, "कोविड 19 की दूसरी लहर के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था अपने बलबूते पर, FY22 में वापसी के लिए तैयार है."
श्री दिनेश कुमार ने बैठक के दौरान, FY21 में SBI के प्रदर्शन पर भी चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, बीता वर्ष देश और दुनिया के लिए बहुत ही चुनौती पूर्ण रहा. लेकिन इस दौरान हमारे बैंक ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, और अपने ग्राहकों को बिना रुकावट सुविधाएं उपलब्ध कराईं.
उन्होंने जारी वित्तीय वर्ष में, SBI की रणनीतियों पर भी चर्चा की. उनका कहना है कि, इस वर्ष भी SBI अपना डिजिटल एजेंडा जारी रखेगी. SBI द्वारा, अपने डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म, YONO का और अधिक विकास किया जाएगा. SBI का प्रयास है कि, YONO प्लेटफॉर्म के ज़रिए वह अपने ग्राहकों को अधिक से अधिक बैंकिंग सुविधाएं मुहैया करा सके.