
कुछ दिन पहले, चीन द्वारा एक विडियो शेयर किया गया था. इस विडियो में चीनी सैनिकों द्वारा, गलवान घाटी पर झंडा फहराया जा रहा था. वीडियो शेयर करते हुए चीन ने बताया था, कि चीनी सैनिक चीन के झंडे को उस जगह फहरा रहे हैं, जिस जगह साल 2020 में Indian Army के सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इस वीडियो के माध्यम से को चीनी सेना द्वारा यह दर्शाया गया है, कि गलवान घाटी के एक हिस्से पर उन्होंने अपना कब्ज़ा कर लिया है. मगर अब Indian Army ने चीन के इस नकली विडियो का प्रदाफार्श कर दिया है.
Indian Army ने नए साल पर एक अनोखा विडियो शेयर किया है. यह वीडियो, चीनी सेना के गलवान घाटी में झंडा फहराने वाले वीडियो के 3 दिन बाद शेयर किया गया है. Indian Army द्वारा शेयर किये गए इस वीडियो में, भारतीय सेना के जवान गलवान घाटी में ठीक उसी जगह भारत का झंडा फहरा रहे हैं, जहां चीन ने 3 दिन पहले अपने वीडियो में कब्ज़ा करने की बात की थी. इस वीडियो के साथ, भारतीय जवानों की तरफ से यह बयान भी जारी किया गया है, कि चीन ने जिस जगह अपना झंडा फहराया है, वह भारत का इलाका नहीं है. चीन ने सबको धोका देने के लिए उस विडियो को शेयर किया था.
आपकी जानकारी के लिऐ बता दें, कि चीन के इस कारनामे के ठीक पहले यह ख़बर काफी चर्चा में थी, कि चीनी सरकार ने नए सीमा कानूनों को लागू करने से 2 दिन पहले, अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के 15 स्थानों का नाम बदलने की मांग की है. वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता Arindam Bagchi का कहना है, कि "चीन ने साल 2017 में भी ऐसी ही मांग की थी. शायद इसी वजह से, चीन ने इस कड़कती ठंड में गलवान घाटी में अपने सैनिकों के माध्यम से नया हथकंडा अपनाने की कोशिश की है."
इन सबके बीच, भारत की जनता Indian Army के गलवान घाटी में तिरंगा फहराने के कारनामे से काफी खुश है. लोग सोशल मीडिया पर भारतीय जवानों की खूब तारीफ करके, उनका प्रोत्साहन बढ़ा रहे हैं.