
RRB NTPC के परिणाम को लेकर, छात्रों का विरोध अब और अधिक हिंसक होता जा रहा है. वहीं पिछले 3 दिनों में बिहार में अलग-अलग स्थानों पर ट्रेनों में आग लगाने से लेकर, ट्रेन रोके जाने की खबरें सामने आयी हैं. प्रशासन द्वारा दी गई हिदायत और रेल मंत्री के भरोसा देने के बावजूद, छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. अब इसी बीच खबर यह आयी है, कि पटना के Khan Sir पर दंगा भड़काने के आरोप में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पटना स्थित पत्रकार नगर थाने में सोमवार और मंगलवार को हुई हिंसा के बाद, कुछ छात्रों को हिरासत में लिया गया है. इन छात्रों द्वारा दिए गए बयान के आधार पर, पुलिस ने Khan Sir समेत कई संस्थानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. आंदोलनकारी छात्रों ने अपने बयान में पुलिस को बताया, कि सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो देखने के बाद ही उन्हें दंगा करने का विचार आया था.
रेल मंत्रालय की प्रेस वार्ता के बाद, Khan Sir ने एक वीडियो जारी कर कहा था, कि “RRB ने जो भी फैसला लिया है, अगर वो 18 तारीख को ही ले लेता तो यह नौबत नहीं आती. लेकिन अब बोर्ड द्वारा एक अच्छा कदम उठाया गया है, कि छात्रों से 16 फरवरी तक सुझाव मांगा है.”
प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है, कि RRB NTPC भर्ती अधिसूचना के मुताबिक CBT-1 स्क्रीनिंग परीक्षा है, जिसके अंक मुख्य परीक्षा में नहीं जोड़े जाएंगे. इसके अलावा, CBT-1 पास करने वाले छात्रों को ही CBT-2 परीक्षा देने का मौका मिलेगा. छात्रों का कहना है, कि RRB ने अपने नोटिस में कहा था, कि CBT-1 में रिक्ति के मुकाबले 20 गुना अधिक उम्मीदवार, CBT-2 के लिए पास किए जाएंगे, जो हुआ नहीं.
इसके अलावा, RRB NTPC ने एक छात्र को 5 बार गिनकर यह दावा किया है, कि उसने 20 गुना छात्रों को पास किया, जबकि वास्तव में 10 से 11 गुना छात्र ही पास हुए हैं. अब छात्रों ने मांग की है, कि रेलवे “वन स्टूडेंट वन रिज़ल्ट” जारी करे. छात्रों का यह भी कहना है, कि पिछला परिणाम भी ऐसे ही जारी हुआ था और सीटों का बंटवारा मुख्य परीक्षा के आधार पर हुआ था, जबकि इस बार सीटों का बंटवारा, प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर किया गया था, जिसकी वजह से कई अच्छे प्रतियोगी बाहर हो गए थे.