
Delhi Riots के दौरान, फेसबुक की भूमिका पर हुई शिकायत के संबंध में 18 नवंबर को दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति के समक्ष Shivnath Thukral और GV Anand Bhushan पेश हुऐ हैं. 27 अक्तूबर को विधनसभा समिति ने फेसबुक को इस मामले को लेकर समन भेजा था. समन मिलने के बाद, फेसबुक के उपाध्यक्ष ने विधानसभा के समक्ष उपस्थित होने के लिए, 14 दिनों की महौलत मांगी थी.
दिल्ली विधानसभा ने, Delhi Riots से संबंधित एक मामले में फेसबुक इंडिया के उपाध्यक्ष व प्रबंध निदेशक Ajit Mohan को फरवरी में पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन तब वह दिल्ली विधानसभा के समक्ष उपस्थित नहीं हुऐ. आपकी जानकारी के लिए बता दें, की फेसबुक इंडिया ने विधनसभा समिति के समन को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज़ कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज़ करते हुऐ कहा था, कि दिल्ली विधानसभा के पास, सब लोगों को एक समान देखते हुऐ पेशी के लिए समन जारी करने का पूरा अधिकार है.
फरवरी 2020 में CAA का समर्थन और विरोध करने वाले गुटों के बीच, दिल्ली के पूर्वोत्तर क्षेत्र में हिंसा हुई थी. इसके बाद, फरवरी 2020 के इसी Delhi Riots की जांच के लिए दिल्ली विधानसभा द्वारा शांति और सद्भाव समिति का गठन किया गया था. इस समिति के अध्यक्ष, AAP नेता Raghav Chadha हैं.
CAA के विरोध से शुरु हुई इस हिंसा में फेसबुक इंडिया की भूमिका पर कई बड़े सवाल खड़े हुए थे. फेसबुक इंडिया पर झूठे संदेश फैलाने का भी आरोप लगा था. वहीं इस साल 29 अक्टूबर को, दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने फ़ेसबुक इंडिया से झूठे और गलत मानसिकता वाले संदेशों को फैलाने से रोकने के लिए, सोशल मीडिया की भूमिका पर एक वरिष्ठ प्रतिनिधि भेजने का फैसला किया था.