DRDO-AICTE M.Tech: डिफेन्स टेक्नोलॉजी में लॉन्च हुआ पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम

MUMBAI, INDIA - JANUARY 3: Students watching Drainage drone during Asia's largest science and Technology festival Techfest, it was started from today at IIT Powai, on January 3, 2020 in Mumbai, India.  IIT-Bombays annual Techfest offers the public a rare glimpse into the latest technologies being developed in India and around the world. (Photo by Satish Bate/Hindustan Times via Getty Images)
MUMBAI, INDIA - JANUARY 3: Students watching Drainage drone during Asia's largest science and Technology festival Techfest, it was started from today at IIT Powai, on January 3, 2020 in Mumbai, India. IIT-Bombays annual Techfest offers the public a rare glimpse into the latest technologies being developed in India and around the world. (Photo by Satish Bate/Hindustan Times via Getty Images)

AICTE और DRDO ने मिलकर डिफेन्स टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नया पोस्ट   ग्रेजुएशन कोर्स शुरु किया है. इस M.Tech प्रोग्राम को जुलाई 2021 को लॉन्च किया गया है. इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस साइंटिस्ट्स एंड टेक्नोलॉजिस्ट (IDST) इस कार्यक्रम को ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रारूप में संचालित करने के लिए AICTE से सम्बन्धित संस्थानों / विश्वविद्यालयों, IIT, NIT और निजी इंजीनियरिंग संस्थानों को सहायता प्रदान करेगा.

DRDO और AICTE को रक्षा मंत्री ने दी बधाई

कार्यक्रम का शुभारंभ DRDO के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी और AICTE के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल डी सहस्रबुद्धे ने वर्चुअल कार्यक्रम में किया. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "कार्यक्रम प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित 'आत्मनिर्भर भारत' के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा."

छात्रों को DRDO प्रयोगशालाओं में काम करने का मिलेगा अवसर

छात्रों को DRDO प्रयोगशालाओं, रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों और उद्योगों में अपने मुख्य थीसिस कार्य करने के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे. यह कुल 80 क्रेडिट के साथ चार सेमेस्टर का कार्यक्रम है. पहला सेमेस्टर सामान्य पाठ्यक्रम की तरह ही होगा और दूसरे सेमेस्टर के पाठ्यक्रम में विशेषज्ञता के अनुसार बदलाव किया जाएगा. वहीं तीसरे और चौथे सेमेस्टर में शोध प्रबंध और औद्योगिक प्रशिक्षण शामिल हैं.

कार्यक्रम में छह विशेष धाराएं होंगी 

  • कॉम्बैट टेक्नोलॉजी
  • एयरो टेक्नोलॉजी
  • नेवल टेक्नोलॉजी
  •  कम्युनिकेशन सिस्टम्स एंड सेंसर्स
  • डायरेक्टेड एनर्जी टेक्नोलॉजी 
  • हाई एनर्जी मैटेरियल्स टेक्नोलॉजी

कोर्स नए रक्षा स्टार्टअप और उद्यमियों के संदर्भ में स्पिन-ऑफ लाभ भी पैदा करेगा

AICTE के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल डी सहस्रबुद्धे ने कार्यक्रम के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने साथ ही कहा कि,"यह न केवल रक्षा प्रौद्योगिकी में कुशल जनशक्ति पूल उत्पन्न करेगा, बल्कि नए रक्षा स्टार्टअप और उद्यमियों के संदर्भ में स्पिन-ऑफ लाभ भी पैदा करेगा. अनुसंधान को दैनिक जीवन से जोड़ा जाना चाहिए क्योंकि यह मानव मानस के लिए मौलिक है." इस कोर्स में दाखिला वो छात्र  ले सकते है जिन्होंने एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, एप्लाइड इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, एप्लाइड इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में बी.टेक किया है . इसके इलावा केमिकल टेक्नोलॉजी, केमिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, कंप्यूटर एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग और एप्लिकेशन, कंप्यूटर नेटवर्किंग या संबद्ध क्षेत्रों में बी.टेक वाले  छात्र  भी इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे.

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