
Delhi के स्कूल अगले महीने से एक बार फिर से खुल सकते हैं. एक्सपर्ट कमिटी के द्वारा दिल्ली सरकार को स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलने के लिए एक रिपोर्ट सौंपी गयी है. इस रिपोर्ट के अंदर एक्सपर्ट कमिटी ने स्कूलों को किस प्रकार से खोला जा सकता है, उसके बारे में बताया गया है. कमिटी के द्वारा यह सुझाव दिया गया है, कि सभी स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाना चाहिए.
रिपोर्ट के अनुसार एक्सपर्ट्स चाहते हैं, कि सबसे पहले सीनियर क्लासेज के बच्चों को स्कूल में बुलाया जाए. इसके बाद फिर जूनियर क्लासेज के बच्चों को स्कूलों में बुलाया जाएगा. अभी इस पर कोई फैसला दिल्ली सरकार की ओर से नहीं सुनाया गया है. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक में इन सुझावों पर अंतिम फैसला किया जाएगा.
अभी के लिए Delhi में स्कूलों को 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए खोला गया है. इन स्कूलों को प्रैक्टिकल एग्जाम की तैयारियों के लिया खोला गया है. अभी Delhi के स्कूलों में बच्चों की अटेंडेंस कम देखी गयी है. अभी ज्यादातर स्टूडेंट्स ऑनलाइन क्लासेज को ही प्राथमिकता दे रहे हैं. बच्चों के अभिभावकों का कहना है, कि जब तक Covid-19 के टीकाकरण की प्रक्रिया तेज नहीं हो जाती, तब तक वह बच्चों को स्कूलों में भेजने के पक्ष में नहीं हैं.
इस महीने एक लोकल सर्वे किया गया था. इस सर्वे के दौरान यह पता चला की बीते तीन महीनों में अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भजने के लिए अब अपना पक्ष बदल रहे हैं. आपको बता दें, कि जून में 76 फीसदी अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने से इनकार कर दिया था. वहीं जुलाई महीने में यह संख्या घटकर 48 फीसदी हो गई थी और अगस्त में यह 44 प्रतिशत हो गया था. हाल ही में किए गए सर्वे के अनुसार 53 फीसदी अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं.
वहीं Delhi के 44 फीसदी स्कूलों का मानना है, कि अभी स्कूलों में पढ़ाई शुरू नहीं की जानी चहिए. साथ ही 89% अभिभावक चाहते हैं, कि स्थानीय प्रशासन स्कूल स्टाफ के लिए टीकाकरण की सुविधा रखें. स्कूलों में स्टाफ को टीकाकरण की प्राथमिकता मिलनी चाहिए.
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