
DCB बैंक के बैड लोन में हो रही है लगातार वृद्धि, मार्च तिमाही में बैड लोन का अनुपात 4.09 प्रतिशत बढ़ा।
पिछले वर्ष महामारी की शुरुआत से ही भारत में छोटे व्यापारों की हालत खस्ता है। इस समय भी, जब देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है तब छोटे कारोबार घाटे से बचने के लिए जूझ रहे हैं। देश में इस समय पिछले वर्ष की भांति कठोर लॉकडाउन की स्थिति तो नहीं है, लेकिन स्थानीय लॉकडाउन और प्रतिबंध भी छोटे धंधों पर बड़ा असर डाल रहे हैं। छोटे कारोबार पर पड़ रहे असर का अनुमान हम DCB बैंक के प्रदर्शन से आंक सकते हैं, क्योंकि यह बैंक अधिकतर इसी क्षेत्र को सेवाएं प्रदान करता है।
DCB बैंक के व्यावसायिक स्तर पर प्रदर्शन की बात करें तो बैंक के बैड लोन में लगातार वृद्धि हो रही है, मार्च तिमाही में बैड लोन का अनुपात, पिछली तिमाही के मुकाबले 4.09 प्रतिशत बढ़ा है। इसके अलावा बैंक को अपनी लोन बुक्स में भी 4.3 प्रतिशत बदलाव करने पड़े हैं, जो कि अन्य बैंको के मुकाबले सर्वाधिक हैं। DCB बैंक के लिए एक और चिंता की बात यह है, कि उसे आने वाले जोखिमों के लिए पर्याप्त संसाधनों की भी कमी पड़ सकती है। दरअसल, पिछली तिमाही में हुए 13 प्रतिशत के कुल मुनाफे में उसके बचत संसाधनों का बड़ा हाथ था। एक साल में DCB बैंक के बचत संसाधनों में 14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक का कवरेज अनुपात भी एक साल में लगभग 62 प्रतिशत गिर गया है। DCB बैंक की चिंताएं बस यही पर खत्म नहीं होती हैं। बैंक के लिए लोन क्षेत्र में वृद्धि दर भी चिंताजनक स्थिति में है। मार्च तिमाही में लोन क्षेत्र में बैंक ने मात्र 2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
हालांकि, इन सब मुसीबतों के बीच विशेषज्ञों का अनुमान है कि महामारी के बाद बैंक के हालात में सुधार आएगा।