
कांग्रेस ने ट्विटर को चिट्ठी लिखकर सरकार के 11 मंत्रियों के कांग्रेस टूलकिट(Congress Toolkit) से संबंधित ट्वीट को मैनिपुलेटेड मीडिया करार देने की मांग की। कांग्रेस टूलकिट(Congress Toolkit) संबंधित यह चिट्ठी कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी रणदीप सुरजेवाला की ओर से लिखी गई है।
ट्विटर पिछले कुछ समय से कांग्रेस टूलकिट(Congress Toolkit) को लेकर विवादों का विषय बना हुआ है। कांग्रेस टूलकिट(Congress Toolkit) मामले में बीजेपी नेता के ट्वीट को मैनिपुलेटेड मीडिया करार देकर ट्विटर(Twitter) ने मुसीबत मोल ले ली है। कल दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस टूलकिट(Congress Toolkit) मामले में ही ट्विटर के दिल्ली स्थित ऑफिस पर रेड डाली थी। अब कांग्रेस ने इस प्रमुख सोशल मीडिया साइट को चिट्ठी लिखकर 11 केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट को मैनिपुलेटेड मीडिया करार देने की मांग की है। इन मंत्रियों में गिरिराज सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, प्रहलाद जोशी, धर्मेंद्र प्रधान, रमेश पोखरियाल, थावरचंद गहलोत, हर्षवर्धन, मुख़्तार अब्बास नक़वी और गजेन्द्र सिंह शेखावत के नाम शामिल हैं।
कांग्रेस की ओर यह चिट्ठी पार्टी के जनरल सेक्रेटरी, रणदीप सुरजेवाला ने लिखी है, जिसे ट्विटर की लीगल पॉलिसी हेड विजया गड्डे और डायरेक्टर जनरल जिम बेकर के नाम संबोधित किया गया है। चिट्ठी में दिए गए नेताओं के ट्वीट पर तुरंत एक्शन लेने की मांग की गई है। कांग्रेस ने चिट्ठी में लिखा है कि ये सभी नेता फर्जी टूलकिट ट्वीट कर कांग्रेस के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं। इस चिट्ठी में इन नेताओं के कांग्रेस पार्टी संबंधित ट्वीट भी जोड़े गए हैं। कांग्रेस ने चिट्ठी में ट्वीट्स का हवाला देते हुए लिखा है कि ट्विटर ने जो यूआरएल मांगे थे, वे सभी प्रदान किए जा रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार टूलकिट(Congress Toolkit) मामले में ट्विटर के दखल देने पर नाराजगी जाहिर कर चुकी है। केंद्र सरकार ने मंत्रियों और नेताओं द्वारा शेयर की गई टूलकिट(Congress Toolkit) को मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग देने पर आपत्ति जताई थी। सरकार ने कहा था कि जब तक मामले की जांच चल रही है तब तक सोशल मीडिया साइट को मामले में दखल देने की जरूरत नहीं है। मामले की सत्यता का पता जांच द्वारा लगाया जाएगा, ट्विटर द्वारा दिया गया टैग इसका निर्णय नहीं कर सकता। साथ ही सरकार ने यह टैग हटाने की भी मांग की थी।