
टाटा स्टील (Tata Steel) को जमशेदपुर में अपनी 3 उत्पादन सुविधाओं के लिए जिम्मेदार स्टील प्रमाणन (Responsible Steel Certification) हासिल हुआ है. इनमें स्टील वर्क्स (Steel Works), ट्यूब डिवीजन (Tubes Division) और कोल्ड रोलिंग मिल (Cold Rolling Mill) प्रमाणन के साथ दुनियाभर के अन्य स्टील उत्पादक साइटों के समूह शामिल हैं.
जिम्मेदार स्टील, स्टील उद्योग की पहली ऐसी वैश्विक पहल है जो जलवायु परिवर्तन, विविधता, मानवाधिकारों और दूसरी प्रमुख चुनौतियों का समाधान कर के एक स्थायी इस्पात उद्योग के निर्माण की दिशा में इस्पात उत्पादकों, उपभोक्ताओं और बिचौलियों के साथ काम करती है.
टाटा स्टील सीईओ और एमडी टी.वी.नरेंद्रन (T.V.Narendran) ने कहा, “यह टाटा स्टील के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और हमारी स्थिरता यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है. वैश्विक स्तर पर, स्टील उद्योग एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है और हम स्टील का उत्पादन और उपभोग कैसे करते हैं, इसके बड़े प्रभाव को तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है.”
आगे नरेंद्रन ने यह भी कहा, कि “साल 1912 में जमशेदपुर, पहले स्टील उत्पादन यात्रा का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है. हम अपनी तीन सुविधाओं के लिए जिम्मेदार स्टील प्रमाणन प्राप्त करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं और इस मान्यता को प्राप्त करने की दिशा में काम करेंगे. मैं रिस्पॉन्सिबल स्टील टीम, ऑडिटर्स, एश्योरेंस पैनल और टाटा स्टील की टीम को इसे संभव बनाने में उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद देता हूं.”
जिम्मेदार स्टील के सीईओ एनी हीटन (Annie Heaton) ने कहा, कि “हम इस अविश्वसनीय उपलब्धि पर टाटा स्टील को बहुत बधाई देते हैं. टाटा ने दृष्टि, प्रतिबद्धता और निवेश का प्रदर्शन किया है और जमशेदपुर साइट के लिए जिम्मेदार स्टील प्रमाणन प्राप्त करने के लिए अविश्वसनीय रूप से कड़ी मेहनत की है.”
एक सदी पुरानी कंपनी के रूप में टाटा स्टील अपने सभी हितधारकों के लिए विकास और जिम्मेदारी को सुनिश्चित करने के लिए मजबूत नीतियों की आवश्यकता में विश्वास करती है. कंपनी साल 2045 तक शुद्ध शून्य कार्बन और 2030 तक शुद्ध शून्य पानी की खपत के लिए काम कर रही है. आपको बता दें, कि टाटा स्टील टाटा ग्रुप की ही एक बड़ी इकाई है, जो सालों से स्टील उत्पादन के क्षेत्र में काम कर रही है.
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