
बीते रविवार दोपहर करीब 3 बजे, मुंबई-अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर पालघर के सूर्या नदी पर बने पुल की रेलिंग से, टाटा ग्रुप के अध्यक्ष, सायरस मिस्त्री की मर्सिडीज़ बेंज़ (Mercedes Benz) टकरा गई. इस ख़तरनाक हादसे में, उनको कोई गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उनको अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. खबरों के अनुसार, जिस कार में साइरस सवार थे, उसमें उनके अलावा 3 और लोग भी थे.
कैसे हुआ हादसा?
दरअसल, 4 सितंबर को करीब 3 बजकर 15 मिनट पर साइरस मिस्त्री, जहांगीर दिनशा पनडोले, जहांगीर के भाई दारिस पंडोले और दारिस की पत्नी अनाहिता पंडोले मर्सिडीज़ बेंज़ में सवार होकर, गुजरात के एक पारसी मंदिर से दर्शन करके मुंबई लौट रहे थे. उस मर्सिडीज़ को अनायता पंडोले चला रहीं थी. तभी चिरोटी नाम की जगह पर अचानक, एक पुल के डिवाइडर से उनकी कार टकरा गई. जानकारी के लिए बता दें, कि साइरस मिस्त्री और उनके दोस्त कार की पीछली सीट पर बैठे थे. वहीं दारिस और उनकी पत्नी, आगे की सीट पर बैठे थे.
गौरतलब है, कि जब डिवाइडर से गाड़ी का अगला भाग टकराया, तब आगे बैठे दारिस और अनायता को, केवल कुछ गंभीर चोटें ही आईं. वहीं पीछे बैठे साइरस मिस्त्री और उनके दोस्त की, आगे की सीट से सिर टकरा जाने के कारण मौत हो गई. पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार, साइरस मिस्त्री और उनके दोस्त की मौके पर ही मौत हो गई थी.
सायरस मिस्त्री से हुई ये लापरवाही
पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार, दारिस और उनकी पत्नी अनाहिता ने सीट बेल्ट लगाई हुई थी, जबकि पीछे बैठे साइरस मिस्त्री और उनके दोस्त जहांगीर ने, सीट बेल्ट नहीं लगाई थी. इसके अलावा, आगे के एयरबैग्स भी घटना के दौरान खुल गए थे, जिससे दोनों की जान बच गई. वहीं पीछे के एयरबैग्स नहीं खुल पाए, जिसके कारण सायरस की मौत हुई.
पुलिस ने यह भी बताया, कि यह घटना तेज़ रफ़्तार के कारण, कार से नियंत्रण खोने के बाद हुई. वहीं खबरों के अनुसार, यही लगता है कि यह एक सड़क हादसा था. हालांकि, इस साइरस मिस्त्री की मौत के बाद, महाराष्ट्र के डीजीपी ने गहन जांच के निर्देश दिए हैं.
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