
देश में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) की कीमतों में एक बार फिर से इजाफा देखने को मिला है. पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल 76 से 84 पैसे और डीजल 76 से 85 पैसे प्रति लीटर महंगा किया है. आपको बता दें, कि पिछले पांच दिनों में तेल की कीमतों में यह चौथी बढ़ोतरी की गई है.
हालांकि, तेल के दामों में पहले से ही इजाफा होने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन पांच दिनों में तीन रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी का आम नागरिकों पर खासा असर पड़ने वाला है. बढ़ती कीमतों के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 97.81 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 98.61 रुपये प्रति लीटर हो गई है. जबकि, डीजल की कीमतों में 80 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 89.87 रुपये प्रति लीटर देखने को मिला है. वहीं, महानगरी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 113.35 रुपये प्रति लीटर और डीजल की 97.55 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है.
नितिन गडकरी ने बताई पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों की वजह
देश में तेल की लगातार बढ़ती कीमतों से आम नागरिकों में खासी निराशा छाई हुई है. वहीं इसी बीच, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने तेल की बढ़ती कीमतों की वजह बताई है. सड़क परिवहन मंत्री ने कहा, कि "भारत में 80 फीसदी तेल का आयात किया जाता है. रूस-यूक्रेन जंग के बीच वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. जिसके बारे में हम कुछ नहीं कर सकते हैं".
साथ ही उन्होंने कहा, कि ''हम वर्तमान में भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रहे हैं. इसके साथ ही हमें स्वदेशी ऊर्जा उत्पादन क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता है, जिससे हम अपना ईंधन खुद बना पाएंगे''.
पेट्रोल-डीजल के दामों में अभी और बढ़ोतरी की संभावना
एक रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर से मार्च के बीच आईओसी (IOC) को 1.1 अरब डॉलर, बीपीसीएल (BPCL) तथा एचपीसीएल (HPCL), प्रत्येक को 55 से 65 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है. वहीं, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आखिरी बार, यानी 4 महीने पहले जो बदलाव हुआ था, तब कच्चे तेल की कीमत 82 डॉलर प्रति बैरल थी. जो अब बढ़कर 120 डॉलर प्रति बैरल के आसपास हो गई है. ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है, कि तेल के दामों में अभी और बढ़ोतरी की जा सकती है.