
शेयर बाजार (Share Market) के निवेशक अक्सर याद दिलाते हैं, कि रोम एक दिन में नहीं बना था लेकिन हिरोशिमा और नागासाकी एक ही दिन में नष्ट हो गए थे. यही वजह है, कि बाजार विशेषज्ञ और निवेश सलाहकार हमेशा इक्विटी निवेशकों को ट्रेडिंग के बजाय निवेश की सलाह देते हैं. ऐसा ही एक मनीष गोयल पोर्टफोलियो (Manish Goel Portfolio) स्टॉक केपीआर मिल (KPR Mill) है, जो बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर सूचीबद्ध मल्टीबैगर शेयरों में से एक है.
एक लंबी अवधि के निवेशकों को कुछ अतिरिक्त लाभ मिलते हैं जैसे बोनस शेयर, स्टॉक विभाजन, शेयरों का बायबैक और लाभांश. इस मल्टीबैगर स्टॉक के दीर्घकालिक निवेशकों को भी दो स्टॉक विभाजन के रूप में ऐसे लाभ मिले, जो कंपनी ने पिछले 10 वर्षों में घोषित किए थे. आपको बता दें, कि केपीआर मिल लिमिटेड द्वारा घोषित इन दो स्टॉक विभाजन के कारण, एक निवेशक का 1 लाख रुपया पिछले 11 वर्षों में 6 करोड़ रूपए से अधिक हो गया है.
वैल्यू इनवेस्टर मनीष गोयल के मुताबिक, जब तक हो सके किसी शेयर को होल्ड करने की कोशिश करनी चाहिए. अब इसको सही से जानने के लिए, कि एक निवेशक को लंबी अवधि तक चलने की सलाह देते हुए मनीष गोयल का क्या मतलब है, आपको उनके शेयरों को देखने की जरूरत है.
मिली जानकारी के मुताबिक, केपीआर मिल के शेयर पिछले एक साल से बिकवाली के दायरे में हैं. हालांकि, पिछले पांच वर्षों में इसने अपने शेयरधारकों को 270% रिटर्न दिया है. मनीष गोयल के इस स्टॉक ने पिछले 11 वर्षों में दो बार, साल 2016 और 2021 में स्टॉक स्प्लिट की घोषणा भी की.
अगर किसी निवेशक ने 11 साल पहले इस मल्टीबैगर स्टॉक में निवेश किया होता, तो उसे यह पेनी स्टॉक लगभग 8.85 रूपए प्रति शेयर के हिसाब से मिलते. इस तरह, 11 साल पहले इस मल्टीबैगर पैनी स्टॉक में निवेश किया गया 1 लाख रुपया आज 6 करोड़ से अधिक कीमत बन चुका है.
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