
शेयर बाज़ार में लगातार 10 दिनों तक गिरावट के बाद मंगलवार 14 जून की सुबह, भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के शेयर हरे निशान में नज़र आए. हालांकि आज भी यह नीचे के स्तर पर ही खुले थे, लेकिन जल्द ही इसमें सुधार हो गया और यह 684 रूपए के उच्च स्तर पर पहुंच गए, जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर कल के बंद मूल्य 668.25 रूपए से 1% से अधिक की वृद्धि बताई जा रही. गौरतलब है, कि 30 मई 2022 को एनएसई पर 837.75 रूपए पर बंद होने के बाद, एलआईसी के शेयर सोमवार 13 जून 2022 तक नीचे की ओर रहे हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि शेयर बाज़ार में सूचीबद्ध यानी लिस्टिंग होने के बाद से एलआईसी ने अपने इश्यू प्राइस, 949 रूपए प्रति शेयर से 28% की गिरावट दर्ज की. यह शेयर 17 मई को 21,000 करोड़ रूपए के आईपीओ के बाद सूचीबद्ध हुआ था. वहीं एलआईसी के अलावा अन्य जीवन बीमा कंपनियों में भी इस साल अब तक गिरावट देखी गई है. इसमें एसबीआई लाइफ में 6%, एचडीएफसी लाइफ में 11%, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ में 5% और मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज़ लिमिटेड में 17% की गिरावट देखी गई.
सरकार ने कहा था, कि एलआईसी के शेयर में गिरावट को लेकर वह काफ़ी चिंतित हैं. हालांकि उन्होंने इस गिरावट को अस्थायी बताया. सरकार ने कहा, कि इंश्योरेंस कंपनी मैनेजमेंट के इन पहलुओं को देखेगी और शेयरहोल्डर्स के मूल्य में वृद्धि करेगी.
17 मई को एलआईसी का शेयर 872 रूपए प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ था. वहीं सरकार ने एलआईसी के शेयर का इश्यू प्राइस 949 रूपए प्रति शेयर तय किया. इससे पहले कंपनी के आईपीओ को करीब-करीब 3 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था.
खबर लिखे जाने तक, एलआईसी के स्टॉक्स 7% से ज्यादा की उछाल के साथ शेयर बाज़ार में हरे निशान पर बंद हुए थे. शेयर बाज़ार में मौजूद विशेषज्ञों के अनुसार, इन शेयरों को जमा किया जा सकता है क्योंकि फ़िलहाल ये स्टॉक्स आकर्षक मूल्यांकन पर उपलब्ध हैं. हालांकि इसके लिए समय सीमा की अवधि लंबी होनी चाहिए.