
अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), आज मंगलवार 14 फरवरी 2023 को चालू वित्तीय वर्ष (Q3 FY23) की दिसंबर 2022 को समाप्त तिमाही के लिए अपनी तीसरी तिमाही की आय रिपोर्ट पेश करने वाली है. आपको बता दें, कि अडानी समूह (Adani Group) पर यूएस-आधारित लघु-विक्रेता फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने स्टॉक हेरफेर और टैक्स हेवन के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था.
हालांकि, इसे समूह ने नकारा है और अपने 20000 करोड़ रूपए के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर यानी एफपीओ को भी बंद कर दिया. वहीं, अब हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से अडानी एंटरप्राइजेज के सामने कुछ चुनौतियां भी हैं, जिसे शेयर बाज़ार (Share Market) के निवेशकों को जानना चाहिए.
आपको बता दें, कि एफपीओ के पूरी तरह से सब्सक्राइब होने के एक दिन बाद कंपनी ने अचानक 20000 करोड़ रूपए की शेयर बिक्री का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. जबकि इसके शेयर और बॉन्ड की कीमतों में मंदी के बाद शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप लगे थे, कि समूह स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग फ्रॉड में लगा हुआ है.
वहीं, ग्लोबल इंडेक्स प्रोवाइडर एमएससीआई (MSCI) ने पिछले हफ्ते यह भी कहा था, कि उसने अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) और एसीसी (ACC) के फ्री फ्लोट्स को कम कर दिया है. हालांकि, बाकी कंपनियों के फ्री फ्लोट्स पहले के जैसे ही रहेंगे.
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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) यानी एनएससी (NSE) ने 13 फरवरी 2023 से अडानी समूह के दो शेयरों - अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (Adani Ports and Special Economic Zone) और अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) को अल्पावधि अतिरिक्त निगरानी उपाय ढांचे से हटा दिया है. इसके साथ ही, समूह के शेयरों में गिरावट के बीच एक महीने में अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 52% से अधिक की गिरावट भी नज़र आई है.
ऐसा भी बताया जा रहा है, कि बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India) यानी सेबी (SEBI) इस सप्ताह वित्त मंत्रालय को अडानी समूह द्वारा निकाले गए 2.5 बिलियन डॉलर के फॉलो-ऑन पब्लिक इश्यू की जांच के बारे में अपडेट करेगा. गौरतलब है, कि सेबी से सम्बंधित बोर्ड 15 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) से मिलने वाला है.
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