
अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग (Hindenburg) फर्म जोकि आमतौर पर कंपनियों के बिजनेस रिलेटेड ट्रांजेक्शन में अनैतिक गतिविधियों का खुलासा करने के लिए जानी जाती हैं. इस फर्म ने हाल ही में गौतम अडानी (Gautam Adani) के खिलाफ अनैतिक गतिविधियों का खुलासा करने वाली हिंडनबर्ग रिपोर्ट पेश करी थी. जिसकी वजह से गौतम अडानी क़ाफी मुश्किलों में खड़े नज़र आ रहे हैं.
आपको बता दे कि हिंडनबर्ग के रिपोर्ट के बाद कुछ ही दिनों में गौतम अडानी की नेटवर्थ में करीब 60 अरब डॉलर की कमी आई है. जिसकी वजह से गौतम अडानी अमीरों की लिस्ट में टॉप 15 से भी खिसक गए हैं. अपनी रिपोर्ट के ज़रिये से हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप (Adani Group) को 'कॉर्पोरेट हिस्ट्री का सबसे बड़ा घोटाला' करने का आरोप लगाया है.
जिसके बाद से ही गौतम अडानी पर स्टॉक मेनिपुलेशन का आरोप लगा है. अडानी पर ऐसे आरोप लगने के बाद से अडानी ग्रुप के सभी शेयर्स एकदम से नीचे गिर गए हैं जिसके बाद गौतम अडानी पर उन सभी बैंकों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया जिनसे उन्होंने कर्ज लिया था.
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इसीलिए कर्ज चुकता करने के लिए अडानी ग्रुप ने अपनी कंपनी अम्बुजा सीमेंट (Ambuja Cement) से अपने शेयर को बेचने का फैसला किया है. आपको बता दें कि पिछले साल सितंबर में अम्बुजा और एसीसी (ACC) में होलिस्म ग्रुप (Holcim)की पूरी हिस्सेदारी अडानी ग्रुप ने खरीद ली थी.
इन दोनों सौदों के लिए अडानी ग्रुप ने 10.5 अरब डॉलर दिए थे. होल्सिम ने अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड में अपनी 63.19% और एसीसी में 54.53% हिस्सेदारी अडानी ग्रुप को बेची थी और अब यही कंपनी गौतम अडानी के कर्ज को चुकाने के काम आएगी.
अडानी ग्रुप अम्बुजा सीमेंट के करीब 4.5% शेयर्स बेचकर 3000 करोड़ से ज्यादा रुपए जुटाने की कोशिश में है. इसके लिए अंबुजा सीमेंट की प्रमोटर्स गौतम अडाणी फैमिली स्पेशल पर्पस व्हीकल्स ने 9 मार्च को अपने सीमेंट कारोबार का 4% से 5% प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए ग्लोबल लेंडर्स से ऑफिशियल अनुरोध किया था.
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