अमेरिकी इनवेस्टमेंट फर्म ने अडानी ग्रुप में खरीदी 15,446 करोड़ की हिस्सेदारी

अमेरिकी इनवेस्टमेंट फर्म ने अडानी ग्रुप में खरीदी 15,446 करोड़ की हिस्सेदारी

अडानी समूह (Adani Group) ने अपनी चार सूचीबद्ध कंपनियों में अल्पांश हिस्सेदारी अमेरिका स्थित जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) को 15,446 करोड़ रुपये में बेची है. फिलहाल अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (Adani Ports and Special Economic Zone Ltd), समूह के शॉर्ट सेलर रिपोर्ट के कारण हुई बिकवाली से उबर रहा है. वहीं, समूह से आने वाले महीनों में 2 बिलियन डॉलर के ऋण चुकौती से पहले तरलता की उम्मीद की जा रही.

मिली जानकारी के मुताबिक, इसने फ्लैगशिप इनक्यूबेटिंग फर्म अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) यानी एईएल (AEL), पोर्ट कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (Adani Ports and Special Economic Zone Ltd), इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिटिंग फर्म अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (Adani Transmission Ltd) और रिन्यूएबल एनर्जी फर्म अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd) में शेयर बेचें हैं.

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जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक, “GQG अडानी पोर्टफोलियो कंपनियों में निवेश कर रहा है, जो भारत में सबसे बड़े हवाई अड्डे और पोर्ट प्लेटफॉर्म का स्वामित्व और संचालन करती है. यह भारत में सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का प्रसारण और वितरण प्लेटफॉर्म है और जो 2030 तक भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का लगभग 9 प्रतिशत उत्पन्न करेगा.”

आपको बता दें, कि शेयर बिक्री गौतम अडानी (Gautam Adani) के नेतृत्व वाले समूह की वापसी की रणनीति का हिस्सा है, जब एक अमेरिकी शार्ट सेलर की एक रिपोर्ट ने समूह के बाजार मूल्य से 140 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का सफाया कर दिया. इसके साथ ही, समूह पर 2.21 लाख करोड़ रुपये का सकल कर्ज है, जिसका लगभग 8 प्रतिशत उसे अगले वित्त वर्ष के अंत तक चुकाना है.

वर्तमान समय में, एईएल में जहां बिक्री से पहले प्रवर्तकों की 72.6% हिस्सेदारी थी, वह 5,460 करोड़ रुपये में बेची गई थी. इसके अलावा, स्पेशल इकनोमिक जोन में प्रमोटरों की 66% हिस्सेदारी थी, जिसको 5,282 करोड़ रुपये में बेचा गया था.

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