
अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद पिछले 1 महीने से मार्केट कैंप में 70 फ़ीसदी से अधिक की गिरावट से जूझ रही अडानी ग्रुप (Adani Group) के लिए एक राहत की खबर आई है. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व वाले बैंकों ने अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) की क्रेडिट लिमिट को बरकरार रखने का फ़ैसला किया.
दरअसल, एसबीआई के नेतृत्व में बैंकों ने हाल ही में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की सालाना समीक्षा की है, जिसके बाद अडानी इंटरप्राइजेज के क्रेडिट लिमिट को पहले की तरह ही बरकरार रखने का फ़ैसला किया गया. इस मामले से जुड़े 2 सूत्रों ने बताया, कि गौतम अडानी (Gautam Adani) की अडानी एंटरप्राइजेज के क्रेडिट लिमिट को बरकरार रखने की खबर से गौतम अडानी को काफी राहत मिलने वाली है.
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एसबीआई ने जनवरी में कंपनी की समीक्षा पूरी की थी. आपको बता दें, कि अडानी एंटरप्राइजेज पर एसबीआई के लगभग 4,000 करोड़ रुपयों का क़र्ज़ है. इस बीच बैंक से जुड़े एक सूत्र ने बताया, कि अडानी एंटरप्राइजेज की समीक्षा जनवरी में होने वाली थी, जो हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के साथ मेल खाती थी, जिसमें कंपनी पर शेयरों में हेरफेर और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाये गए थे.
ग़ौरतलब है, कि इस साल 24 जनवरी के अंत में हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट जारी हुई थी, जिसमें अडानी ग्रुप पर कई बड़े आरोप लगाए गए थे. वहीं, रिपोर्ट जारी होने के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों के बाज़ार मूल्य में लगभग 12.4 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया है.
इस बीच, सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर 9.2% की गिरावट के साथ 1,194.20 रुपये पर बंद हुआ. आपको बता दें, कि हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के जारी होने के बाद से इसमें अब तक 65% तक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है.
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