
बीते कुछ सालों में हमारे देश में ग्रीन टी (Green Tea) पीने का चलन काफ़ी बढ़ गया है. ज़्यादातर लोग इसे इस मकसद से पीते हैं, ताकि वह अपना वजन कंट्रोल कर पाएं. वैसे तो ग्रीन टी को हमारी सेहत के लिए काफ़ी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन कई जानकारों का यह भी मानना है, कि अगर हम इसे बहुत ज़्यादा मात्रा में पियेंगे, तो इससे हमारे शरीर को काफ़ी नुकसान पहुंचेगा.
ग्रीन टी पीने से होने वाले फ़ायदों की बात करें, तो इसमें बहुत सारे एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants) होते हैं, जो हमारे शरीर को फुर्तीला बनाए रखने में मदद करते हैं. मगर पूरे दिन फुर्तीले बने रहने के चक्कर में अगर आप बार-बार इसे पीते हैं, तो जल्द ही आपको इसके साइड इफ़ेक्ट्स साफ नज़र आने लगेंगे. डॉक्टरों की माने, तो बार-बार ग्रीन टी के सेवन से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है. इसमें मौजूद डियूरेटिक (Diuretic) तत्व से ही आपके शरीर में पानी की कमी होगी और आप काफ़ी कमज़ोर महसूस करेंगे.
किसी भी इंसान को दिन में 2 या 3 बार ही ग्रीन टी पीनी चाहिए. अगर आप एक दिन में इससे ज़्यादा ग्रीन टी पीते हैं, तो इसमें मौजूद कैफीन (Caffeine) की वजह से आपको अनिद्रा (Insomnia) की शिकायत होने लगेगी. साथ ही ज़्यादा कैफीन आपके दिल को भी नुकसान पहुंचाएगा. इसके अलावा पाचन (Digestion) में होने वाले गड़बड़ से बचने के लिए, आपको खाना खाने के तुरंत बाद ग्रीन टी पीने से भी बचना चाहिए.
गौरतलब है, कि ज़्यादा ग्रीन टी पीने से किसी भी इंसान के शरीर में आयरन की कमी होगी, जिससे उसे खून की कमी (Anemia) जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ेगा. सही मात्रा में ग्रीन टी पीने से आप अपना वजन भी कंट्रोल कर पाएंगे और यह आपको कई बीमारियों से भी बचाएगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि टेटली (Tetley) और लिप्टन (Lipton) दो ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने भारत में ग्रीन टी के बिजनेस की शुरुआत की थी. वहीं सेहत को लेकर लोगों की जागरूकता को देखते हुए आगे चलकर टाटा (Tata Tea) और सफोला (Saffola) जैसी बड़ी कंपनियों ने भी बाजार में ग्रीन टी की बिक्री को बढ़ावा दिया.
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