
स्वास्थ विशेषज्ञों की मानें, तो आमतौर पर कमजोर दिल यानी हार्ट (Heart), शरीर के महत्वपूर्ण कार्यों को करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप करने में सक्षम नहीं होता. वहीं कोरोनरी हृदय रोग (Coronary Heart Disease), उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) या मधुमेह (Diabetes) जैसी अलग-अलग स्वास्थ्य स्थितियों के कारण आपका हार्ट ठीक से काम करने की क्षमता खो सकता है.
ऐसा माना गया है, जब हार्ट कमजोर होता है तो यह रक्त को और भी तेजी से पंप करने की कोशिश करता है. वहीं, उस नुकसान की भरपाई करने की कोशिश करता है जो हार्ट की मांसपेशियों को मोटा करता है और दिल के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करता है. ऐसे में सांस की तकलीफ, पैरों में सूजन, सीने में दबाव या थकान कमजोर दिल के कुछ लक्षण हो सकते हैं.
कमजोर दिल से जुड़ी सबसे शुरुआती चेतावनी थकावट, वजन बढना, सांस फूलना और पैरों में सूजन मानी जाती है. ऐसे में, अगर कोई इनमें से किसी भी शुरुआती चेतावनी, लक्षण या संकेतों का अनुभव करता है तो उसे जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना और इलाज शुरू करना चाहिए. इसके अलावा सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, लेटने पर सांस लेने में दिक्कत, चक्कर आना, धड़कन कम होना और यूरिन आउटपुट कम होना भी हार्ट से जुड़ी समस्या के लक्षण हो सकते हैं.
ये भी हैं कमजोर हार्ट की वजह
1. कोरोनरी धमनियों में रुकावट के कारण लोगों को रात के समय सांस लेने में कठिनाई या चलने में परेशानी हो सकती है.
2. जब दिल कमजोर होता है, तो यह शरीर को जितना खून चाहिए होता है उतना पंप नहीं कर पाता है जिससे अक्सर चक्कर आने लगते हैं.
3. अक्सर, हार्ट फेल के कारण हमारे ऊतकों में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं जो पेडल एडिमा का कारण बन सकता है. यह एक ऐसी स्थिति है, जिसके परिणामस्वरूप टखने और पैर में सूजन हो जाती है.
4. एक कमजोर हार्ट, गुर्दे (Kidney) के छिड़काव में कमी का कारण बन सकता है, जिससे मूत्र उत्पादन में कमी आती है और डायलिसिस के अलावा अन्य गंभीर बीमारी हो सकती है.
अब इनसे बचने के लिए, लोगों को अपने मधुमेह और उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण रखने और धूम्रपान बंद करने की आवश्यकता है. आज के समय में बहुत सी ऑनलाइन वेबसाइट और ऐप भी मौजूद हैं, जो हार्ट की गतिविधियां बताती हैं जैसे ओमनी कैलकुलेटर (Omni Calculator), इमोरी हेल्थकेयर (Emory Healthcare). आप भी इनके माध्यम से अपने हार्ट पर नज़र रख सकते हैं.
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