
पैनक्रियाज़ शरीर का एक ऐसा अंग है, जो पेट के निचले हिस्से के पीछे स्थित होता है और पाचन में सहायता करता है. पैनक्रियाटिक कैंसर (Pancreatic Cancer) एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है, जो आमतौर पर पैनक्रियाज़ की नलिकाओं के अस्तर में शुरू होता है. इस कैंसर के शायद ही कभी कोई शुरुआती लक्षण होते हैं और अगर वह लक्षण दिखाई भी देते हैं, तो तब तक कैंसर बहुत आगे बढ़ चुका होता है.
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पैनक्रियाज़ शरीर के काफी अंदर होता है, जिसका नियमित जांच के दौरान पता नहीं लगाया जा सकता. धूम्रपान (Smoking), डायबिटीज़ (Diabetes), पैनक्रियाज़ में सूजन और जलन, पैनक्रियाटिक कैंसर का पारिवारिक इतिहास और कुछ जेनेटिक सिंड्रोम (Genetic Syndrome) आपके पैनक्रियाटिक कैंसर की संभावना को बढ़ा सकते हैं.
इसके साथ ही पीली आंखें, खुजली वाली त्वचा, लगातार पेट में दर्द और वज़न कम (Weight Loss) होना कुछ ऐसे लक्षण हैं जो पैनक्रियाटिक कैंसर के होने का संकेत दे सकते हैं. इसी कारण इन लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए. चलिए पैनक्रियाटिक कैंसर के 5 लक्षणों के बारे में जानते हैं.
1. पेट में लगातार दर्द रहना: पेट में लगातार होने वाले दर्द को नज़रअंदाज़ न करें, क्योंकि पैनक्रियाज़ आपके पेट के पीछे के हिस्से में स्थित होते हैं. इसके कारण, मरीज़ को शरीर पर बढ़ते दबाव के कारण पेट में हल्का दर्द होता है. आगे चलकर यह दर्द अधिक दर्दनाक और लगातार हो सकता है. इसे पैनक्रियाटिक कैंसर का सबसे आम लक्षण माना जाता है.
2. कमर दर्द: इसे भी पैनक्रियाटिक कैंसर का एक आम लक्षण बताया जाता है, लेकिन यह तब होता है जब कैंसर पैनक्रियाज़ के आसपास की नसों में फैल जाता है. खासकर जब कमर में दर्द अक्सर हो रहा हो तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
3. बिना कारण वज़न घटना: ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से वज़न कम होना पैनक्रियाटिक कैंसर का संकेत हो सकता है. जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता जाता है, यह शरीर की ऊर्जा को ख़त्म करता जाता है, जिससे वज़न कम होने लगता है. आपके पेट पर ट्यूमर के बढ़ने के कारण आप भरा हुआ महसूस कर सकते हैं.
4. त्वचा और आंखों का पीला पड़ना: अगर आपकी त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ गया है, तो आपको इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए. लिवर से संबंधित बीमारी और हेपेटाइटिस जैसी स्थितियां पीलिया (Jaundice) का कारण बन सकती हैं. यह पैनक्रियाटिक कैंसर के साथ-साथ भी हो सकता है, क्योंकि पैनक्रियाज़ के बिल्कुल अंत में एक छोटा ट्यूमर पीलिया का कारण बन सकता है.
5. डायबिटीज़ की अचानक शुरुआत: अगर आपको अधिक उम्र में अचानक डायबिटीज़ हो जाता है, तो इसे हल्के में न लें. पैनक्रियाटिक कैंसर अचानक शुरू होने वाले डायबिटीज़ या देर से शुरू होने वाले डायबिटीज़ का कारण बन सकता है, क्योंकि यह इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे बल्ड शुगर लेवल का स्तर बढ़ जाता है.
6. त्वचा में खुजली होना: त्वचा में खुजली होने के कई कारण होते हैं और पैनक्रियाटिक कैंसर उनमें से एक है. खुजली तब होती है, जब त्वचा में बिलीरुबिन का निर्माण होता है और पीलिया के कारण त्वचा का रंग पीला हो जाता है.
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